पीएचडी प्रवेश परीक्षा में असफल हुए छात्र कर रहे हैं पूर्वांचल विश्वविद्यालय को बदनाम।

उत्तर प्रदेश ( दैनिक कर्मभूमि) जौनपुर

जौनपुर! पीएचडी संघर्ष मोर्चा व समाजवादी पार्टी तथा कांग्रेस के कुछ नेता पूर्वांचल विश्वविद्यालय के वर्तमान कुलपति प्रोफेसर राजाराम यादव पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ शोध संघर्ष समिति, शिक्षक संघ, व सामाजिक संगठन कुलपति के द्वारा किए गए कार्यों के समर्थन में सामने खड़े हो गए हैं। शोध संघर्ष समिति के अध्यक्ष प्रशांत कुमार शुक्ल का आरोप है कि पिछले शैक्षिक सत्र 2019-20 में शोध प्रवेश परीक्षा में असफल हो गए अभ्यर्थी वर्तमान कुलपति पर दबाव बनाकर यूजीसी और सरकार द्वारा शोध प्रवेश परीक्षा में दाखिला हेतु निर्धारित न्यूनतम प्राप्तांक प्रतिशत को घटवाकर प्रवेश लेना चाहते थे और जब अपनी मंशा को पूरी नहीं कर सके तो अनर्गल और आधारहीन आरोपों के आधार पर वर्तमान कुलपति प्रोफेसर राजाराम यादव व पूर्वांचल विश्वविद्यालय को बदनाम करने पर लग गए। उनके इस कार्य को उनके रिश्तेदार वकील, समाजवादी पार्टी तथा कांग्रेस के कुछ नेता वर्तमान कुलपति व प्रदेश सरकार को बदनाम करने की नियत से हवा देने लगे। पूर्वांचल विश्वविद्यालय में शोध गतिविधियों के संचालन, व शोध छात्रों की समस्याओं को लेकर शोध संघर्ष समिति शुरू से ही लड़ती आई है और हमें खुशी है कि हमारी न्यायोचित मांगों को विश्वविद्यालय प्रशासन ने हमेशा पूरा किया। हम शर्मिंदा हैं कि शोध प्रवेश परीक्षा में असफल हुए कुछ लोगों की वजह से जौनपुर की शान पूर्वांचल विश्वविद्यालय बदनाम हो रहा है।नकारात्मकता फैलाने वाले और अच्छे कार्यों का विरोध करने वालों से समाज का कभी भला नहीं हो सकता है। हमें गर्व है कि हम एक ऐसे विश्वविद्यालय के छात्र हैं जहां शोधपरक शैक्षणिक गतिविधियां, राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठियां, विविध सांस्कृतिक कार्यक्रम लगातार संचालित होते रहते हैं और इसकी बेहतर छवि के कारण ही देश और विदेश की कई मशहूर कंपनियां कैंपस इंटरव्यू करके पूर्वांचल के होनहार छात्रों को नौकरी प्रदान करती हैं। महामंत्री गुलाबचंद ने कहा कि पूर्वांचल विश्वविद्यालय के इतिहास में यह पहले ऐसे कुलपति रहे ,जिनके कार्यालय में छात्र अपनी समस्याओं को लेकर सीधे प्रवेश करता है और संबंधित विभाग को कुलपति अपने कार्यालय में बुलाकर तत्काल छात्रों की समस्याओं का निस्तारण कराते हैं। वर्तमान कुलपति के पूरे कार्यकाल में उनके हर निर्णय में छात्र केंद्र बिंदु में रहा।
भवदीय
प्रशांत कुमार शुक्ल
अध्यक्ष शोध संघर्ष समिति वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय ,जौनपुर।