उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय (दैनिक कर्मभूमि) चित्रकूट जिला के धर्म स्थल भरतकूप से लगे हुए राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे बसे ग्रामपंचायत अकबरपुर गांव की ग्रामसभा की जमीन पर जिम्मेदारों से साठ गांठ कर लगातार कब्जा जारी है ।लेकिन जिम्मेदार अंजान बने नजर आ रहे है । आपको बता दें कि भले की उत्तर प्रदेश की योगी सरकार लगातार भू माफियाओं पर कार्यवाही की बात कर रही है लेकिन योगी सरकार का कानून चित्रकूट जिले में दम तोड़ता दिखाई दे रहा है ऐसा ही मामला तहसील कर्वी के ग्राम पंचायत अकबरपुर में प्रकाश में आया है जहां विगत कई वर्षों से सरकारी भूमि पर दबंगों द्वारा अवैध कब्जा कर सरकारी भूमि को ठिकाने लगाया गया है यहां तक की ग्राम पंचायत की भूमि को मन मुताबिक पैसे पर कुछ लोगों द्वारा बेचने का भी कार्य किया गया है जिसकी ग्राम पंचायतों द्वारा एसडीएम से शिकायत भी की जा चुकी है और कुछ लोगों के ऊपर मामला भी दर्ज किया गया है लेकिन मामला दर्ज होने के बाद अधिकारियों द्वारा अपने फर्ज को निभाते हुए मामले को रफा-दफा करने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी गई वहीं यदि हम बात करें चित्रकूट जिला अधिकारी की तो आपको बता दें कि चित्रकूट जिला अधिकारी के द्वारा लगातार चित्रकूट जिले में अवैध भू कब्जे को लेकर कार्यवाही करने की भी बात कही जा रही है यहां तक कि पुलिस अधीक्षक अंकित मित्तल के द्वारा कानून व्यवस्था को दुरस्त करने के लिए जिले में लगातार पुलिस विभाग को निर्देशित किया जा रहा है। वही कुछ दबंग माफियाओं द्वारा ग्राम सभा अकबरपुर में गाटा संख्या 710 व 711 नाली व भीटा की सरकारी जमीन पर कब्जा करने का कार्य किया गया है जोकि अर्च्छित श्रेणी में दर्ज है अब देखना यह कि ऐसे दबंग लोगों के खिलाफ कैसी कार्यवाही होती है। लेकिन आपको बता दें कि भरतकूप क्षेत्र का रहने वाला एक पत्रकार को भू माफियाओं द्वारा शासकीय जमीन पर कब्जा करने का खुलासा करना महंगा पड़ गया जब शासकीय जमीन पर कुछ लोगों द्वारा अवैध कब्जा किया जा रहा था वहीं अवैध कब्जा की खबर उसके द्वारा अपने दैनिक अखबार व न्यूज़ चैनल के माध्यम से लोगों के सामने उजागर करने का काम किया तो माफिया इतना बुरा मान गए कि पत्रकार से अभद्रता करते हुए गोली मारकर हत्या करने की धमकी दे डाली गयी जबकि बताया जा रहा है कि जब वह माफियाओं के द्वारा धमकी दी गई तो क्षेत्रीय पुलिस के साथ ग्रामीण क्षेत्र के लोग और क्षेत्रीय लेखपाल भी मौजूद था वही पत्रकार को अब अपनी जान बचाने के लाले पड़ रहे हैं जबकि जिलाधिकारी सहित चित्रकूट पुलिस अधीक्षक के द्वारा सख्त निर्देश दिए गए हैं कि पत्रकारों के किसी भी स्वतंत्रता का हनन न किया जाए यदि कोई ऐसा करता है तो तत्काल उस पर कार्यवाही की जाए लेकिन जमीनी हकीकत क्या है यह भरतकूप थाना क्षेत्र में देखने को मिल रहा है जहां पत्रकार को दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या करने की बात कही जा रही है और पत्रकार जान की सुरक्षा को लेकर दर-दर भटक रहा है वहीं अब देखना यह है कि कब तक भरतकूप क्षेत्र में सरकारी जमीन का भू माफिया क्षेत्रीय अधिकारियों से मिलीभगत करके अपना कब्जा कर मोटी रकम लेकर बेचते रहेंगे या फिर भरतकूप क्षेत्र में करोड़ों रुपए की सरकारी भूमि पर किए गए अवैध कब्जे को प्रशासन हटाने में कामयाब हो सकेगा या ऐसे दबंग माफियाओं के खिलाफ कोई कार्यवाही भी जायेगी। या इनसे शुविधा शुल्क लेकर ऐसे ही खुला छोड़ दिया जाएगा।
*ब्यूरो रिपोर्ट* अश्विनी कुमार श्रीवास्तव
*जनपद* चित्रकूट
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