ग्राम पंचायत अधिकारी बिना जांच किए जारी करते हैं फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र

उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय(दैनिक कर्मभूमि)चित्रकूट। जिला के खंड विकास कर्वी के ग्राम पंचायत अकबरपुर में इन दिनों फर्जी रूप से मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने का सिलसिला चल रहा है। उत्तर प्रदेश का यह एक ऐसा विकास खंड बन चुका है जहां दूसरे राज्य व दूसरे जिले में मरने वालों का आसानी से मृत्यु प्रमाण पत्र सचिव द्वारा जारी कर दिया जाता है। सारा मामला ग्राम पंचायत अकबरपुर का है जहां विगत वर्ष पहले एक साधु की मृत्यु झांसी के चंदरौल के मंदिर में हुई थी। लेकिन पूर्व ग्राम प्रधान गैबी शरण के द्वारा सुविधा शुल्क लेकर जिले के उच्च अधिकारियों की आंख में धूल झोंकते हुए मन मुताबिक फर्जी रूप से मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया है। और साधु के ग्राम पंचायत की लाखों रुपए की जमीन हड़पने के लिए यह साजिश की गई है। बताया जा रहा है कि मृतक साधु रामसनेही उर्फ राम गोपाल दास के नाम से जाने जाते थे जो चंदरौल में एक मंदिर के प्रसिद्ध महंत थे विगत लगभग 2 वर्ष पहले साधु की मृत्यु चंदरौल स्थित एक मंदिर में हो गई जहां साधुओं ने अपने रीति रिवाज के अनुसार साधु राम गोपाल दास जी का अंतिम संस्कार किए। वह जब अकबर पुर निवासी पूर्व प्रधान गैबी शरण को इसकी भनक लगी तो उनके द्वारा साधु की जमीन को कब्जा करने के लिए साधु के परिजनों से ₹50000 लेकर सचिव से सांठगांठ करके ग्राम पंचायत अकबरपुर में मृत्यु दिखाकर फर्जी रूप से मृतक के मृत्यु प्रमाण पत्र को बनवा लिया गया। जबकि मृतक का भतीजा राजा ने बताया कि साधु की मृत्यु चंदरौल के एक मंदिर में हुई है इसकी जानकारी सभी को थी लेकिन पूर्व प्रधान ने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है मेरे द्वारा आसानी से मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करा दिया जाएगा और हुआ वही फर्जी प्रमाण पत्र साधु के मृतक को गांव में दिखा कर अपने पद का दुरुपयोग करते हुए ग्राम पंचायत अधिकारी द्वारा दूसरे जिले में अंतिम सांस ली जो साधु ने उस का मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया।

 

ग्रामीणों को अब ग्राम पंचायत अधिकारी से सता रहा डर- दूसरे जिले में मरने वालों का मृत्यु प्रमाण पत्र ग्राम पंचायत अकबरपुर सचिव के द्वारा जारी करने के बाद अब ग्राम वासियों को सचिव के ऐसे कार्य को लेकर डर सताने लगा है ग्रामीणों का कहना है कि सचिव यदि दूसरे जिले में मरने वाले मृतक का प्रमाण पत्र आसानी से अपने ग्राम पंचायत से जारी कर देता है तो कहीं ऐसा ना हो कि सचिव जिंदा व्यक्ति का भी मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करा कर साजिश कर ग्रामीणों को मृत्यु दिखाकर उनकी जमीन पर किसी को कब्जा करवा दे।

 

ग्रामीणों ने अधिकारी से की शिकायत तो अधिकारी भी सचिव झुका दे रहे साथ दूसरे जिले में मरे साधु का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने के बाद ग्रामीण अश्विनी श्रीवास्तव के द्वारा मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल के माध्यम से जब ऐसे फर्जी प्रमाण पत्र जारी करने की शिकायत जनसुनवाई पोर्टल में की गई तो ग्राम पंचायत अधिकारी ने जनसुनवाई पोर्टल को भी मजाक बनाने में किसी तरह का कोई कसर नहीं छोड़ा सिर्फ यह हवाला देकर शिकायत का निस्तारण कर दिया गया कि मृतक के परिवार के द्वारा तेरहवीं का कार्ड सचिव को दिया गया है और उसी को बेस मानते हुए सचिव ने दूसरे जिले में मरने वाले साधु का प्रमाण पत्र अपने ग्राम पंचायत से जारी कर दिया। लेकिन ग्राम पंचायत अधिकारी ने मृतक की जांच करना अपनी जिम्मेदारी नहीं समझी जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि ऐसे ग्राम पंचायत अधिकारी के द्वारा ग्राम पंचायत में विकास कार्यों पर भी कितनी मनमानी की गई होगी और बिना जांच किए फर्जी रूप से बिल का भुगतान किया गया होगा।

ग्रामीणों ने कहा नहीं होगी कार्रवाई तो बैठेंगे धरने पर- अकबरपुर के ग्रामीणों का कहना है कि फर्जी रूप से दूसरे जिला में मरने वाले यदि मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने वाले सचिव और ग्राम प्रधान के ऊपर कार्रवाई नहीं की गई तो हमारे द्वारा मजबूरन जिला अधिकारी कार्यालय के सामने धरने पर बैठ कर कार्रवाई की मांग की जाएगी जिसके लिए ग्राम पंचायत के निवासी रणनीति तैयार कर रहे हैं।

 

 

*ब्यूरो रिपोर्ट* अश्विनी कुमार श्रीवास्तव

*जनपद* चित्रकूट