उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय (दैनिक कर्मभूमि) यूपी में शुक्रवार को योगी सरकार पार्ट – 2 का शंखनाद बड़े शानदार तरीके से हुआ । लखनऊ का अटल बिहारी वाजपेई क्रिकेट स्टेडियम इकाना में लगभग पांच लाख लोगों के लाइव टेलिकास्ट के मध्य देश के सबसे बड़े राज्य का शासन लगातार दूसरी बार सम्हालते हुए देश के दमदार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने जब मुख्यमंत्री के रूप में ईश्वर की शपथ ली तो पूरा यूपी खुशी से झूम गया । भव्य रूप से पुनः लगातार दूसरी बार शपथ लेकर पिछले कई रिकॉर्ड और मिथक ध्वस्त करने वाले तथा उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने का बीड़ा उठाने वाले योगी आदित्यनाथ जी के साथ अन्य कई केबिनेट मंत्रियों और राज्य मंत्रीयों ने शपथ ली । राज्य मंत्री के रूप में शपथ लेने वाले वाराणसी दक्षिणी से अत्यंत प्रभावशाली नेता और प्रसिद्ध ब्राह्मण चेहरा दयाशंकर मिश्र जी का नाम प्रमुख है । पूर्वांचल विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष और पूर्वांचल में लोकप्रिय ब्राह्मण चेहरा माने जाने वाले श्री दयाशंकर मिश्र जी जिन्हे वाराणसी की जनता प्यार से दयालु भैया कहती है । वाराणसी की जनता के सुख दुख के साथी है जिन्होने दिन रात लोगो की सेवा की है । चुनाव के दौरान जब मैं एक बार दयालु जी से मिला तो उन्होंने बताया कि पंकज जी भाजपा मेरे लिए मेरी आत्मा है और यहां की जनता मेरी सांसे । मैं पार्टी और संगठन से लगातार यहां के जनता की आवाज बनकर पूर्वांचल विकास की बाते उठाता रहा हु। केबिनेट और राज्य मंत्रियों जिन्होंने शपथ ग्रहण किया उनमें विकास पुरुष के नाम से मशहूर जौनपुर सदर से विधायक श्री गिरीश चंद्र यादव जी भी है जिन्हे राज्य मंत्री बनाया गया । दोनो महानुभाव मंत्रियों को मेरी तरफ से हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई । वर्तमान में यूपी की जनसंख्या 20 करोड़ है, दुनिया में केवल 5 देश, चीन, भारत, अमेरिका, इंडोनेशिया और ब्राजील ऐसे हैं जिनकी जनसंख्या इससे अधिक है, छठा स्थान यूपी का है। यदि क्षेत्रफल की बात करें तो यूपी ग्रेट ब्रिटेन से भी बड़ा है, दुनिया के 113 देश क्षेत्रफल में और 188 देश जनसंख्या में यूपी से छोटे हैं। उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री अर्थात 188 देशों के राष्ट्राध्यक्ष से भी बड़ा, भारी और चुनौतीपूर्ण पद है। देश की सबसे समझदार जनता यूपी की है। सर्वाधिक तीर्थ, नदियां, उद्योग, उपजाऊ भूमि, वैविध्य, धर्म संस्थान और महापुरुष देने वाला है उत्तर प्रदेश। लेकिन सच्चाई यह भी है कि यहाँ की अल्पसंख्यक कही जाने वाली आबादी सबसे घाघ, अराजक, आक्रामक और उत्पीड़क है। 1947 में भारत का विभाजन इन्होंने ही करवाया और स्वयं गये भी नहीं, यहीं जमे रहे। अपने वोटबैंक की दादागिरी और सेकलूलर जमातों से ताकत प्राप्त कर इन्होंने विगत कई शतकों तक जमकर नंगा नाच किया, उत्पात मचाया और टुकड़ों में बंटे बहुसंख्यक समुदाय का जमकर शोषण किया। दुर्भाग्य से आजादी बाद अधिकांश मुख्यमंत्री इन्हीं उत्पीड़क तत्त्वों से ब्लैकमेल होकर हिंदुओं पर अतिशय अत्याचार करते रहे, उन्हें भयंकर उपेक्षित रखा जिसकी प्रतिच्छाया पूरे देश के शासन प्रशासन में रही। स्वतंत्र भारत की दो ऐसी बड़ी घटनाएं हैं जो हिंदुओं को उनकी औकात दिखाने की प्रतिनिधि घटनाएं कही जा सकती है। निहत्थे रामभक्तों पर गोली चलाना, यह यूपी में हुआ और हर कोई आज तक इससे अवाक है ,बाद में पुलिस प्रशासन के लिए ऐसा करना पूरे भारत की परंपरा ही बन गई। जनता द्वारा चुने हुए लोकप्रिय मुख्यमंत्री को मारने की साजिश, इशरतजहां एनकाउंटर के बाद सम्बंधित अधिकारियों का केंद्र सरकार द्वारा भयंकर उत्पीड़न और उन्हें जेल में ठूंस देना, यह गुजरात में हुआ।प्रशासनिक अधिकारियों ने हिंदुओं की सुरक्षा, संरक्षा के प्रति एक अजीब उदासी ओढ़ ली। दोनों ही प्रदेशों के हिंदुओं की इच्छा आकांक्षा पुंजीभूत होकर अपने अभियान पर निकल चुकी है। वाराणसी भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता श्री उपेंद्र मिश्र ने बताया कि फिलहाल पूर्वांचल की राजनीति में दयाशंकर मिश्र दयालु , गिरीश यादव , रमेश मिश्र बेहद लोकप्रिय चेहरे है । पूर्वांचल की जनता को दयाशंकर मिश्र दयालु जी से काफी उम्मीदें है । मैं व्यक्तिगत रूप से भी दयाशंकर जी का बहुत बड़ा प्रशंसक रहा हूं क्युकी उन्होंने जिस तरह कोविड काल में गरीबों और मजलूमों की सेवा की वह वाकई मिशाल है ।
एडिटर अभिषेक शुक्ला जौनपुर
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