उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय(दैनिक कर्मभूमि)चित्रकूट जिला के पुलिस अधीक्षक धवल जायसवाल के द्वारा जहां लोगों की समस्या सोशल मीडिया के साथ-साथ समाधान दिवस में सुनी जा रही है और समस्या का तत्काल समाधान कराया जा रहा है। तो वहीं थाना प्रभारी को समाधान दिवस के दौरान भी फरियादियों की समस्या सुनने का समय नहीं है। जिससे स्पष्ट होता है कि थाना प्रभारी पुलिस अधीक्षक के निर्देशों को दरकिनार करते हुए अपने ढंग से कार्य करने का ज्यादा भरोसा रखते हैं। और यही वजह है कि समाधान दिवस थाने में ना लगाते हुए थाना प्रभारी महोदय अपने आवास रूम में ही ज्यादा समय बिताते हैं। सारा मामला भरतपुर थाना क्षेत्र का है जहां इन दिनों थाना प्रभारी की कार्यशैली से फरियादी काफी परेशान देखे जा रहे हैं। थाना प्रभारी के द्वारा चित्रकूट पुलिस अधीक्षक के निर्देशों को एक तरफ जहां दरकिनार करते हुए समाधान दिवस नहीं लगाया जाता तो वहीं दूसरी तरफ फरियादी अपनी समस्याओं को लेकर दर दर भटकते नजर आते हैं। ऐसा ही मामला भरतकूप थाना क्षेत्र में संचालित क्रेशर नगरी का प्रकाश में आया है जहां बलिया निवासी हरिकेश शर्मा ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि वह 7 मार्च 2022 को भरतकूप थाना प्रभारी के समक्ष एक तहरीर दी थी जिसमें बताया था कि लेवर ठेकेदारी पर वह न्यू अमित ग्रेनाइट गोंडा में 1 फरवरी 2022 से 22 फरवरी 2022 तक अपने मजदूर लगाकर काम किया है। लेकिन 22 फरवरी 2022 को क्रेशर मालिक से बहस हो गया और क्रेशर मालिक के द्वारा प्रार्थी को अपने क्रेशर प्रांगण से मजदूर सहित बाहर निकाल दिया गया। जिसमें प्रार्थी की मजदूरी 1 लाख ₹28000 के लगभग हो रही है। जिसमें प्रार्थी को केवल ₹70000 दिया गया है। इस तरह करके केसर मालिक के द्वारा मजदूरों की मजदूरी नहीं दी गई और मजदूरों का शोषण किया गया जिसकी शिकायत भरतकूप थाना प्रभारी के समक्ष प्रार्थी के द्वारा की गई लेकिन आज दिनांक तक किसी तरह की कोई कार्यवाही नहीं की गई है जिससे स्पष्ट होता है कि थाना प्रभारी को फरियादियों से ज्यादा क्रेशर मालिकों की चिंता रहती है। और यही वजह है कि फरियादी न्याय के लिए दर-दर भटक रहा है।
( भरतकूप थाने में शाम ढलते ही नजर आते हैं खनिज माफिया )
चित्रकूट पुलिस अधीक्षक भले ही अवैध खनन पर अंकुश लगाने के लिए लगातार समय दर समय थाना प्रभारी व चौकी प्रभारियों के साथ बैठक कर सख्त कार्रवाई के निर्देश दे रहे हो लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और बयां कर रही है। सूत्रों की माने तो शाम ढलते ही भरतकूप थाना क्षेत्र में खनिज माफियाओं का जमावड़ा देखने को मिलता है। और यही वजह है कि भरतकूप थाना क्षेत्र में अवैध खनन दिन रात हो रहा है और प्रशासन कार्रवाई की जगह हाथ में हाथ रखे बैठा हुआ है। यहां तक कि भरतकूप राष्ट्रीय राजमार्ग से ही ओवरलोड ट्रक लगातार गुजरते हैं और कार्यवाही नहीं हो रही है। जिसकी वजह से सरकार के राजस्व को लाखों रुपए का रोजाना चूना लग रहा है। वही अब देखना यह है कि चित्रकूट पुलिस अधीक्षक इस और कब तक ध्यान देंगे या फिर भरतकूप थाना क्षेत्र में फरियादियों की समस्या नही सुनने के साथ क्षेत्र में अवैध खनन लगातार फलता फूलता रहेगा।
*रिपोर्ट* पंकज सिंह राणा
जनपद- चित्रकूट
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