उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय (दैनिक कर्मभूमि) जौनपुर । गर्मी के तेज होते ही तेज हवा के साथ अंधड़ के दिन भी शुरू हो गए हैं, यह करीब दो माह तक जारी रहेगा। ऐसे में अग्निकाण्ड की घटनाएं भी बढ़ने लगी हैं। इसका मुख्य कारण ढीले व जर्जर विद्युत तार बन रहे हैं। तेज हवाओं के चलने से तारों के सटने से निकली चिगारी सूखती फसलों में गिरने से हादसे का मुख्य कारण बन जाती है। 45 लाख की जनसंख्या वाले इस जनपद में आग से बचाव के लिए अग्निशमन विभाग की व्यवस्था नाकाफी है। अधिकांश घटनाओं में अग्निशमन दस्ता मौके पर तब पहुंचता है जब सबकुछ राख हो चुका होता है। जिले में दो स्थाई फायर स्टेशन जिला मुख्यालय पर और सतहरिया औद्योगिक आस्थान (सीडा) मुंगराबादशाहपुर परिसर में है। इसके अलावा चार तहसील मुख्यालयों शाहगंज, बदलापुर, केराकत व मड़ियाहूं में थाना परिसर में अस्थाई फायर स्टेशन क्रियाशील हैं। इन्हें भी स्थाई किए जाने की दिशा में बहुत तेजी से काम चल रहा है। फायर ब्रिगेड के बेड़े में आठ बड़े व दो छोटे दमकल वाहन हैं। इसके अलावा चार छोटे रेस्क्यू वैन भी हैं। फिलवक्त 52 फायरमैन हैं, 11 और जल्द ही स्थानांतरित होकर आने वाले हैं। इसके बाद इनकी संख्या 63 हो जाएगी। सात लीडिग फायरमैन (हेड कांस्टेबल), एक सेकेंड आफिसर और सिर्फ 12 ड्राइवर हैं।
एडिटर अभिषेक शुक्ला जौनपुर
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