उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय(दैनिक कर्मभूमि)चित्रकूट। दीनदयाल शोध संस्थान में गुरुवार को जनपद के सभी मठ-मंदिरों, शैक्षिक एवं सामाजिक संस्थाओं के कार्यकर्ताओं के साथ योग शिविर से सम्बंधित बैठक आयोजित की गई। जिसमें 75 स्थानों पर शिविर आयोजित करने का निर्णय लिया गया।
दीनदयाल शोध संस्थान के संगठन सचिव अभय महाजन ने कहा कि राष्ट्रऋषि भारत रत्न नानाजी देशमुख आजीवन स्वास्थ्य की दिशा में योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा पर विशेष जोर देते थे। उनका मानना था कि योग वह क्रिया है, जिसे अपनाकर व्यक्ति जीवन भर निरोगी रह सकता है। महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर भरत मिश्रा ने कहा कि योग हमारे अच्छे स्वास्थ्य का प्रमुख घटक है इसलिए यह हमारी नियमित दिनचर्या का हिस्सा बनना ही चाहिए। जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ योगेश चंद्र दुबे ने कहा कि योग वर्षभर चलने वाली गतिविधि है। योग की क्रियाएं आजीवन स्वास्थ्य संवर्धन की दिशा में नियमित चलनी चाहिए। दीनदयाल शोध संस्थान के कार्यकर्ता एवं गुरुकुल संकुल के प्रभारी संतोष मिश्र ने बताया किइस बार योग दिवस के अवसर पर चित्रकूट 75 स्थानों पर योग शिविर लगाने की योजना बनी है। इसके लिए 10 जून से 12 जून तक आरोग्यधाम के योग सदन में तीन दिवसीय योग शिविर लगाया जाएगा, जिसमें 75 स्थानों के लिए योग क्रिया कराने के लिए प्रशिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा।
इस मौके पर कामदगिरि प्रमुख द्वार के महंत मदन गोपाल दास, दिगंबर अखाड़ा के महंत दिव्यजीवन दास, रामायण कुटी के महंत रामहृदय दास, सद्गुरु सेवा संघ ट्रस्ट जानकीकुंड से डॉ. ऋषि वोहरा, नयागांव थाना प्रभारी सुधांशु तिवारी सहित अन्य लोग व सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद रहे।
*ब्यूरो रिपोर्ट* अश्विनी कुमार श्रीवास्तव
*जनपद* चित्रकूट
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