यज्ञ से शुद्ध होता है वातावरण, देवताओ को मिलती है शक्ति

उत्तर प्रदेश (राष्ट्रीय दैनिक कर्मभूमि)जौनपुर

 

जौनपुर(बरईपार ) यज्ञ से वातावरण तो शुद्ध होता ही है साथ ही व्यक्ति को संस्कारित बनाने में भी इसकी प्रमुख भूमिका होती है। कलयुग में यज्ञ करके हम अंधकार से प्रकाश की तरफ जा सकते हैं। ये उद्गार हैं यज्ञ व्यास विमलेश उपाध्याय शुक्रवार को स्थानीय महराजगंज ब्लॉक के कंधी गाव में राम कथा के समाप्त होने पर यज्ञ के दौरान श्रद्धालुजनों से कहा। व्यास विमलेश उपाध्याय ने युवा पीढ़ी में बढ़ रही संस्कारहीनता को भविष्य के लिये काफी अशुभ एवं खतरनाक बताते हुये कहा कि पश्चिम की भोगवादी विचारधारा ने हमें विसंगतियों में ढकेल दिया, जबकि भारतीय संस्कृति त्याग की संस्कृति रही है। हमारे आराध्य महापुरुषों ने मानवता की सेवा में अपना सर्वस्व न्यौछावर कर जिस इतिहास की संरचना की है वह लंबे समय तक मानवता की मिसाल बना रहेगा। संपूर्ण विश्व भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति के प्रति आकर्षित हो रहा परन्तु दुख का विषय यह है कि हम पाश्चात्य सभ्यता के तरफ माना रहे हैं।राम कथा के बाद यज्ञ में सैकड़ो लोग परिक्रमा कर एवं संतजनों के प्रवचन की बहने वाले अविरल धारा में अवगाहन कर अपने को धन्य मान रहे हैं। वैदिक मंत्रों एवं धार्मिक नारों एवं संतजनों की अमृतमयी वाणी से संपूर्ण क्षेत्र में ज्ञान एवं भक्ति की अविरल सरिता प्रवाहित हो रही है। इस दौरान आयोजक लालजी मिश्रा, जितेंद शुक्ल, हरिशंकर शुक्ल, विजय मिश्र, गौरीशंकर सिंह, श्यामजी मिश्र आदि गणमान्य लोग उपस्थित रहें।