राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने शिक्षकों की समस्याओं को लेकर दिया धरना,महानिदेशक को दिया ज्ञापन

 

 

उत्तर प्रदेश (दैनिक  कर्मभूमि)।कानपुर । २२जून।राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के प्रांतीय संयुक्त महामंत्री शैलेंद्र द्विवेदी के नेतृत्व में प्राथमिक संवर्ग के जिला संयोजक चंद्रदीप यादव एवम जिले तथा ब्लॉक स्तर के समस्त पदाधिकारियों के साथ सैकड़ों शिक्षक/शिक्षिकाओं ने महानिदेशक स्कूल शिक्षा लखनऊ उत्तर प्रदेश विजय किरण आनंद को अपनी ज्वलंत समस्याओं के लिए बीएसए सुरजीत कुमार सिंह गोविंद नगर स्थित कार्यालय में धरना देकर ज्ञापन प्रेषित किया।संयुक्त महामंत्री ने शिक्षकों की बाइस सूत्रीय मांगों लेकर पुरानी पेंशन बहाली एनपीएस भविष्य के जोखिम व अनिश्चितता पर आधारित पेंशन प्रणाली है,जिसमे प्रदेश के लॉखों शिक्षकों/कर्मचारियों को सेवानिवृत्त पश्चात आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए पुरानी पेंशन योजना शीघ्र लागू किया जाए।पारस्परिक अंतर्जनपदीय स्थानांतरण आकांक्षी जनपदों सहित करने हेतु शीघ्रताशीघ्र आदेश निर्गत कर ग्रीष्मावकाश में ही किए जाएं।अंतःजनपदीय स्थानांतरण लंबे समय से अंतःजनपदीय स्थानांतरण शीघ्र किये जायें। राज्य कर्मचारियों के भांति निशुल्क कैशलेस चिकित्सा सुविधा शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को भी राज्य कर्मचारियों की भांति निशुल्क कैशलेस चिकित्सा की सुविधा से आच्छादित किया जाए। बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्त किया जाए। सभी शिक्षकों को प्रोन्नत वेतनमान मिले।प्रतिकर अवकाश मिले। समान कार्य पर समान वेतन के सिद्धांत को लागू करते हुए शिक्षामित्रों को भी शिक्षकों के वेतन के समतुल्य सम्मानजनक मानदेय दिया जाए जिससे विद्यालय विद्यालय शिक्षा में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने वाले शिक्षामित्रों को प्रोत्साहित किया जा सके। शिक्षामित्रों को भी शिक्षकों के भांति समस्त प्रकार के अवकाश यथाचिकित्सकीय,उपार्जित व बाल्य देखभाल अवकाश दिया जाए।सहायक अध्यापकों से प्रधानाध्यापक पद का कार्य लिया जा रहा है उन विद्यालयों में पदोन्नति से प्रधानाध्यापक नियुक्त किया जाए। केंद्र की भांति जारी पेंशन मेमोरेंडम को उत्तर प्रदेश में भी अतिशीघ्र जारी किया जाय। वीडियो कॉल/वायस कॉल के माध्यम से ऑनलाइन निरीक्षण पर रोक लगे। शिक्षकों को हॉफ-डे लीव अवकाश मिले लागू हो। उ.प्रा.वि/कम्पोजिट वि.में विषयवार शिक्षक नियुक्ति,विद्यालय समय परिवर्तन किया जाए पित्र विसर्जन,नवरात्रि के प्रथम दिवस एवं दुर्गा अष्टमी व धनतेरस सहित अन्य अवकाश मिले।अंशकालिक अनुदेशकों के नवीनीकरण की प्रक्रिया का सरलीकरण किया जाए जिससे नवीनीकरण के नाम पर होने वाला शोषण को रोका जा सके और समान कार्य पर समान वेतन के सिद्धांत को लागू करते हुए अंशकालिक अनुदेशकों को भी शिक्षकों के वेतन के समतुल्य सम्मानजनक मानदेय दिया जाए, जिससे उन्हें प्रोत्साहित किया जा सके। शिक्षकों की भांति शिक्षामित्रों का भी स्थानातरण किया जाए और अनुदेशकों को भी शिक्षकों की भांति समस्त प्रकार के अवकाश यथा- चिकित्सकीय,उपार्जित व बाल्य देखभाल अवकाश दिये जाएं।रसोइयों को 11 माह का मानदेय दिया और विद्यालय में चौकीदार की नियुक्ति हो।शिक्षक एमएलसी निर्वाचन में मताधिकार का अधिकार प्राप्त हो।इस मौके पर जिला सह संयोजक रचना अवस्थी,जय कुमार सिंह, उमेश सिंह,अरविन्द सिंह कुशवाहा अध्यक्ष बिधनू,कु.अलका गौड़ अध्यक्ष शिवराजपुर,आशुतोष निगम पूनम दीक्षित अध्यक्ष भीतरगावं,आशीष सिंह अध्यक्ष सरसौल अनील राय अध्यक्ष ककवन,नीलम कनौजिया अध्यक्ष बिल्हौर,अनुराग यादव अध्यक्ष घाटमपुर,जीतेन्द्र सचान अध्यक्ष पतारा,अनुग्रह त्रिपाठी अध्यक्ष चौबेपुर रजनीश कुमार आदि सैकड़ो की तादाद में शिक्षक और शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।

संवाददाता। आकाश चौधरी