अपने हक के लिये सड़क से सदन तक लडेगे शिक्षा मित्र 

राष्ट्रीय (दैनिक कर्मभूमि) उत्तर प्रदेश। चित्रकूट। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के प्रान्तीय आहवान पर प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में गत 23 सालों से शिक्षा की अलख जगाने वाले शिक्षा मित्रों की समस्याओं के समाधान के लिए चित्रकूट के शिक्षा मित्रों ने हाथों में तिरंगा झण्डा लेकर अपने हक और हुकूक की आवाज बुलन्द करते हुये तहसील परिसर से होते हुये राष्ट्रीय राजमार्ग पर नारे बाजी करते हुये ट्रैफिक चैराहे पर सांकेतिक जाम भी लगाया। इसके बाद शिक्षा मित्रों का काफिला सांसद आर. के. सिंह पटेल के आवास पहुंच कर डेरा डाल दिया और सभा की।

संघ अध्यक्ष इन्द्रसेन यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षा मित्रों के हितों की अनदेखी कर रही है। जबकी गत 6 माह पूर्व सरकार के ही मंत्री कौशल किशोर सिंह ने लखनऊ के रमाबाई पार्क में प्रदेश के लाखों शिक्षा मित्रों को भाजपा के हित में कार्य करने की शपथ दिला चुके हैं। फिर भी शिक्षा मित्रों की समस्या का स्थाई समाधान न होना, सरकार की करनी कथनी में भेद है। जिसका खामियाजा सरकार को भुगतना पड़ेगा। संघ के मण्डल अध्यक्ष सन्तलाल त्रिपाठी ने सरकार को चेतावनी दी कि गाँव, गरीब, दलित, शोषित बच्चों को शिक्षा देने वाले शिक्षा मित्रों को भी शिक्षकों के समान वेतन देने का काम करे। वरिष्ठ शिक्षा मित्र नेता सर्वेश यादव ने कहा कि यदि सरकार अपनी हठधर्मिता छोड़ शिक्षा मित्रों को भी मानवीय जीवन जीने का अधिकार नही देती तो उत्तर प्रदेश के पंद्रह लाख शिक्षा मित्र परिवार सड़क से सदन तक अपनी लडाई जारी रखेंगे। जिला संरक्षक अश्वनी सिंह एवं जिला संयोजक राजेश पांडेय ने कहा कि देश व प्रदेश की भाजपा की सरकार में उत्तर प्रदेश का पीडित उपेक्षित असहाय शिक्षा मित्र लगातार अपनी गुहार लगा रहा है। जिला उपाध्यक्ष नन्दकिशोर ने कहा कि शिक्षा मित्रों का मुद्दा एक बडा मुद्दा है। सरकार को चाहिए कि नियमावली में संशोधन कर शिक्षा मित्रों को शिक्षक बनाने का ऐतिहासिक कार्य करे।

सांसद आवास पर सांसद की अनुपस्थिति में प्रधानमंत्री को सम्बोधित मांग पत्र सांसद प्रतिनिधि को सौंपा। उन्होंने भरोसा दिया कि आपका माँग पत्र प्रधानमंत्री पहुंच जायेगा।

इस मौके पर महामंत्री दिगम्बर दुबे, अमित त्रिपाठी, विनोद त्रिपाठी, ममता देवी, मिथिला देवी, देवानन्द यादव, आलोक जायसवाल, ब्रजेन्द्र पाल, इंद्र नारायण गौतम, ओमकार अहिरवार, केतकी, सुनीता, नीतमाला, शिवनारायण यादव, रमेश यादव, रामचन्द्र भारतीय, नवल किशोर त्रिपाठी, धर्मेन्द्र कुमार वर्मा, दिनेश सिंह, देवमुनी त्रिपाठी, बालकृष्ण आदि मौजूद रहे।