लॉकडाउन के दौरान कोचिंग सिटी कोटा में फंसे विभिन्न प्रदेशों के स्टूडेंट्स को उनके घर भेजने को दौर लगातार जारी है. यहां पढ़ रहे हजारों विद्यार्थियों को सुरक्षित उनके घर पहुंचाया जा रहा है.

राजस्थान (दैनिक कर्मभूमि)

कोटा. लॉकडाउन के दौरान कोचिंग सिटी कोटा में फंसे विभिन्न प्रदेशों के स्टूडेंट्स को उनके घर भेजने को दौर लगातार जारी है. यहां पढ़ रहे हजारों विद्यार्थियों को अब तक सुरक्षित उनके घर पहुंचाया जा चुका है. उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड के बाद बुधवार को मध्यप्रदेश और गुजरात के स्टूडेंट्स को भी कोटा से अपने घरों के लिए रवाना कर दिया गया. अब गुरुवार को दमनदीव के करीब 60 स्टूडेंट्स 2 बसों से घर के लिए रवाना होंगे.

यूं दिया जा रहा है स्टूडेंट्स की रवानगी के मिशन को अंजाम
अपने-अपने राज्यों के स्टूडेंट्स की घर वापसी के लिए विभिन्न राज्यों की सरकारें राजस्थान सरकार को सामजंस्य स्थापित कर इस मिशन को अंजाम दे रही हैं. एमपी सरकार की ओर से बुधवार को 104 और गुजरात सरकार की ओर से 15 बसें कोटा भेजी गई थी. इनमें करीब 3200 से ज्यादा स्टूडेंट्स व पेरेंट्स अपने घर पहुंचे. इनमें एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के 2500 से ज्यादा एवं अन्य कोचिंग संस्थानों के करीब 700 स्टूडेंट्स शामिल थे. इससे पूर्व कोटा में कोचिंग कर रहे यूपी और उत्तराखंड के करीब 12,500 से ज्यादा स्टूडेंट्स को बसों के माध्यम से सकुशल उनके घर भेजा चुका है.

रवाना होने से पूर्व एएसडब्ल्यूएस ने किया बसों को सेनेटाइज
स्टूडेंट्स को लेकर जाने वाली बसों को कोटा में एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट द्वारा सेनेटाइज किया गया है. यहां एलन स्टूडेंट्स वेलफेयर सोसायटी की टीम की ओर से प्रत्येक बस को अंदर और बाहर सेनेटाइज किया जा रहा है. पूरी सफाई के बाद ही स्टूडेंट्स को सोशल डिस्टेंसिंग के आधार पर बैठाया जा रहा है. कोटा में दो ट्रैक्टर और 6 हाथ मशीनों की मदद से सभी हॉस्टल्स और पीजी जिनमें स्टूडेंड्स रहते हैं उन्हें सेनेटाइज किया जा रहा है. अब तक जवाहर नगर, इन्द्रविहार, राजीव गांधी नगर, तलवंडी, महावीर नगर, लैंडमार्क सिटी, कमला उद्यान, हाउसिंग बोर्ड और चंचल विहार सहित एक दर्जन से अधिक क्षेत्रों का सेनेटाइजेशन किया जा चुका है.

स्टूडेंट्स के साथ भेजा जा रहा है अल्पाहार, मास्क व पानी की बोतलें

कोटा में एलन सहित अन्य कोचिंग संस्थानों के स्टूडेंट्स को एलन के विभिन्न कैम्पसों से बसों में रवाना किया गया है. सभी स्टूडेंट्स की स्वस्थता के साथ उनकी सुखद यात्रा का भी ख्याल रखा गया है. एलन की ओर से हजारों स्टूडेंट्स को घर रवानगी से पूर्व अल्पाहार के पैकेट्स दिए गए हैं. इनमें पानी की बोतल, कुरकुरे, चॉकलेट, वेफर्स, बिस्किट, भुजिया और मिठाई दी गई.

रवानगी से पहले स्टूडेंट्स की थर्मल स्केनिंग
कोटा से रवानगी से पहले प्रत्येक स्टूडेंट की थर्मल स्केनिंग की गई. सोशल डिस्टेंसिंग पर जोर दिया गया. एक बस में 30 स्टूडेंट्स से ज्यादा नहीं बैठाए गए. बसों में चढते समय भी स्टूडेंट्स को एक-एक मीटर की दूरी पर कतार में खड़ा किया. प्रत्येक स्टूडेंट को मास्क पहनने की हिदायत दी गई है.

अभी भी कोटा में 22-25 हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स हैं
यूपी, उत्तराखण्ड, मध्यप्रदेश और गुजरात के स्टूडेंट्स की कोटा से रवानगी हो चुकी है. लेकिन कोटा में अभी भी अन्य राज्यों के करीब 22 से 25 हजार स्टूडेंट्स हैं. राजस्थान सरकार, कोटा जिला प्रशासन और एलन प्रयासरत है कि जल्द ही अन्य राज्य भी अपने विद्यार्थियों को गृह जिले में प्रवेश की अनुमति दें

रिपोर्ट – कुलदीप सिंह सिरोहीया राजस्थान