चकबन्दी प्रक्रिया का विरोध कर रही महिलाओं और ग्रामीणों पर लाठी चार्ज, ग्राम प्रधान सहित कई घायल

उत्तर प्रदेश( दैनिक कर्मभूमि)जौनपुर

जौनपुर । गौराबादशाहपुर थाना क्षेत्र के कुरेथू गांव में मंगलवार को पुनः पहुंची चकबंदी टीम को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा। अंततः पुलिस ने विरोध कर रहे ग्रामीणों को बलपूर्वक खदेड़ दिया और चकबन्दी का सीमांकन कराया। पुलिस द्वारा किये गए लाठीचार्ज में ग्राम प्रधान सहित दर्जनों महिलाएं पुरुष घायल हो गए।
सोमवार को सीमांकन करने पहुंची चकबंदी विभाग की टीम को ग्रामीणों के विरोध पर लौटना पड़ा था। इससे पहले भी कई बार विभाग को विरोध का सामना करना पड़ा है।
मंगलवार को पुलिस व पीएसी फोर्स के साथ चकबंदी विभाग की टीम कुरेथू गांव पहुंची। साथ में एसडीएम मंगलेश दुबे, सीओ यातायात राजेन्द्र कुमार और चकबंदी अधिकारी प्रफुल्ल श्रीवास्तव के नेतृत्व में चकबंदी विभाग के कर्मचारियों ने जैसे ही नापी शुरू की वैसे ही कुछ ग्रामीणों का झुंड महिलाओं के साथ पहुंचकर चकबन्दी का विरोध करने लगी। अधिकारियों ने समझाया लेकिन ग्रामीण कुछ सुनने को तैयार नहीं थे। विरोध कर रहे ग्रामीणों का आरोप है कि चकबंदी विभाग मनमाना कर रहा है। किसानों की जमीन की कटौती जो की जा रही है। वह कहां जा रही है। यह विभाग अब नहीं बता पा रहा है। जबकि विभाग कटौती की गयी जमीन को पहले बता रहा था कि गांव में चकरोड व नाली के लिये कटौती की जा रही है। जब विरोध कर रहे लोग नहीं माने तो पुलिस ने बलपूर्वक वहां से लोगों को खदेड़ दिया इस दौरान पुलिस द्वारा किए गए लाठी चार्ज से ग्राम प्रधान सहित दर्जनों लोग घायल हो गए। पुलिस द्वारा बल प्रयोग करने के उपरांत विरोध कर रहे लोग वहां से भाग खड़े हुए तत्पश्चात चकबंदी प्रक्रिया पुनः शुरू कर दी गई और देर शाम तक सीमांकन का कार्य चलता रहा। घटना के बारे में पूछे जाने पर थानाध्यक्ष रामप्रवेश कुशवाहा ने बताया कि विरोध कर रहे लोग अचानक उग्र हो उठे और उन्होंने फोर्स पर पथराव कर दिया जिसके प्रतिउत्तर में लोगों को हल्का बल प्रयोग कर खदेड़ दिया गया घटना में कोई घायल नहीं हुआ है। विरोध करने वालों में ग्रामप्रधान राजदेव, रामचन्द्र कनौजिया, गामा यादव, बृजभूषण, मनोज सिंह, संतोष, लालबहादुर, ओमप्रकाश आदि रहे।