उत्तर प्रदेश (दैनिक कर्मभूमि) अंबेडकर नगर। टाण्डा अकबरपुर मार्ग पर दुर्घटनाओं का ग्राफ बढ़ता जा रहा है कोई माह नही है जिसमे दुर्घटना न हुई हो। विगत रात्रि की दुर्घटना ने टाण्डा के एक होनहार युवक को अपना शिकार बनाया। सूरापुर में जानलेवा गड्ढा उसके आगे तो अनेको गड्ढे मिलेंगे जो टाण्डा ब्लॉक के निकट एक विद्यालय के पास तो खतरनाक गड्ढा है जो आने-जाने वालों को मौत का आमंत्रण दे रहा है। अभी कुछ माह पहले ही समाजसेवी प्रवीण ‘महेन्द्र” की पहल पर प्रशासन की कुम्भकर्णी नीद टूटी थी। मरम्मत हुई लेकिन चन्द दिनों में वह भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई। फिर वही ढाक के 3 पात वाली बात सिद्ध हुई। अफसोस है कि इसी मार्ग से जिले के जनप्रतिनिधि व आला अफसर आये दिन गुजरते है।जनपद में सड़क दुर्घटनाओं का जो ग्राफ है वो अन्य जनपदों से अधिकतम है जिसका कारण स्पष्ट है उत्तरप्रदेश शासन के गड्ढा मुक्त सड़क योजना को सम्बन्धित विभाग अम्बेडकरनगर में ठेंगा दिखाता नजर आ रहा है। ऐसे में अम्बेडकरनगर की धरती से सम्बन्ध रखने वाले साहित्यकार की पंक्तिया उक्त परिपेक्ष्य में सटीक बैठ रही है…
दादा आन्हर, माई आन्हर, हमें छोड़ सब भाई आन्हर।
केका केका दिया देखाई, बिजुरी यस भौजाई आन्हर।।
रिपोर्ट- विमलेश विश्वकर्मा
You must be logged in to post a comment.