आधुनिक दौर में भी फल-फूल रहा है अंधविश्वास का खेल

उत्तर प्रदेश (दैनिक कर्मभूमि) अंबेडकर नगर चांद बाबा के नाम से कुछ माह पहले से चल रहा है पैसा ऐंठने का खेल
अम्बेडकरनगर सबसे अजीब बात इस विषय क्षेत्र में इलाज व अन्य कार्यक्रमों के नाम पर भोली-भाली जनता से शत-प्रतिशत शर्तिया मुक्ति का दावा करती है। जिनमें कई इस कारोबार से अनजान लोग फंसकर झांसे में आ जाते है। फिर ठगाने के बाद वे समाज में संकोच, लाज व ऐसे प्रकरणों में शामिल हो जाने लर हंसी के पात्र बन जाने व डर-भय के कारण आपनी समस्या व आपत्ति सहित सटीक जानकारी देने से कतरा जाते है। जिसका फायदा लेकर ये लोग फिर दूसरे अन्य लोगों को अपने पाले में ला लेते है। इसके कारण ऐसे मामलों पर पुलिस विभाग में प्रकरण दर्ज नहीं हो पाते। इसके कारण यह कारोबार फलता-फूलता रहता है।
आमतौर पर देखा जाता है कि धर्म-मजहब, कर्म व धार्मिक आस्था का विषय होने के कारण पुलिस के अधिकारी भी तंत्र-मंत्र व जादू-टोने से चलते आ रहे है। इलाज के मामले में कार्यवाही से बचते है। हालांकि वे जानते है कि तंत्र-मंत्र व झाड़ फूंक का धंधा करने वाले लोग अंधविश्वास फैलाकर जनभावनाओं से खेलने व धोखाधड़ी कर ठगने का कारोबार करती है। लेकिन सबसे बड़ी बात यह मामला सभी वर्गों के लिए अति संवेदनशील होने के कारण इस बारे में स्थिति विपरीत बनने की आशंका इस संबंध में बात करने से हिचकिचाते व कतराते है।
शिवांगी नाम की लड़की से कराया जा रहा है ईलाज।
भूत प्रेत भगाने के नाम से वसूला जाता है रुपया।
नारायन पुर संगीया का है मामला। झाड़-फूंक का ₹10 घर बांधने का ₹ 5000 इसी प्रकार सभी समस्याओं का रेट फिक्स है।

थानाध्यक्ष बेवाना के संज्ञान में आने के बाद पुलिस फोर्स गांव में भेजा । उस गांव में पुलिस भी पहुंच कर दो लोगों को गिरफ्तार कर लाइ। जिनमें एक व्यक्ति का नाम रवि पुत्र ओमप्रकाश और दूसरे का नाम पंकज पुत्र जय नाथ बताया गया।
कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सरकार पूरा प्रयास कर रही है. लोगों को सोशल डिस्टेंस का पालन करने को कहा जा रहा है लेकिन जनपद मुख्यालय से थोड़ी ही दूर पर बेवाना थाना के अंतर्गत नारायनपुर सगिया में रोज अंधविश्वास के जाल में फंसे लोगों का जमावड़ा लगता है. लोग भूत-प्रेत, डायन, जोगिन को भगाने के लिए यहां पहुंच रहे हैं.
अंधविश्वास का ये खेल खेला जा रहा है. लड़की गांव के लोगो के सामने मजलिस लगाकर भूत भगाने का तमाशा दिखाता है. यहां खड़े लोग इस खेल को बेहद दिलचस्पी से देखते हैं. एक महिला तो अंधविश्वास के नाटक को दम भर सच साबित करने की बात कहती है. महिला बता रही हैं कि यहां उन लोगों का इलाज होता है, जिनका ऊपरी चक्कर होता है. जैसे ईश्वर होता है वैसे ही शैतान. यहां आकर लोगों को फायदा मिलता है.थाना क्षेत्र के नारायनपुर संगिया गांव में झाड़-फूंक इलाज करने वाले लड़की और उसके परिवार में कानून का भी खौफ नजर नहीं आ रहा. लड़की के घर के लोग कहते है कि मेरी लड़की को दैवीय शक्ति प्रदान हुई है शैतानी शक्तियों से लड़ाई करता हूं. ऊपर वाले में मुझे शक्ति दी है जिससे में यहां आने वाले लोगों का इलाज करके उन्हें ठीक करता हूं. उसका कहना है कि अगर लोगों को फायदा न हो क्यों लोग उसके पास आएं. जबकि वह लड़की पहले मानसिक रोगी रह चुकी है परिवार के लोगों ने बनाया कमाई का जरिया। परिवार के लोगों ने झाड़-फूंक करने वाली लड़की शिवांगी को मीडिया के सामने आने से किया मना। अब देख कर आया है थानाध्यक्ष बेवाना द्वारा क्या कार्यवाही की जाती है।

रिपोर्ट-विमलेश विश्वकर्मा अंबेडकरनगर