उत्तर प्रदेश(दैनिक कर्मभूमि) चित्रकूट- जिलाधिकारी शेषमणि पांडेय की अध्यक्षता में कृषि तकनीकी प्रबंध अभिकरण आत्मा गवर्निंग बोर्ड की तथा कृषि कार्यों, राष्ट्रीय सतत कृषि मिशन की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई।
जिलाधिकारी ने उपनिदेशक कृषि से कहा कि किसानों का आच्छादन इस वर्ष फसलों पर बढ़ा हैं किसानों को कृषि विभाग की योजनाओं का लाभ मिला है आय तथा एरिया में वृद्धि हुई है उपज में भी वृद्धि होगी तो उसकी सूचना जनपद की बनाकर शासन को भेजें। उन्होंने कहा कि कोविड-19 को देखते हुए किसानों ने अच्छा प्रदर्शन किया है उन्होंने कहा कि उसमें यह भी दर्शाया जाए कि चित्रकूट जनपद आकांक्षा जनपद में है इस जनपद में क्या-क्या कार्य किए गए हैं उसे भी शामिल किया जाए। मुख्य विकास अधिकारी अमित आसेरी से कहा कि गोवंश के भरण पोषण का भुगतान जो लंबित है उसको तत्काल कराएं। किसानों को बीमा का लाभ गत वर्ष में अच्छा दिया गया है उन्होंने कहा कि रवि में जो चना, मसूर, सरसों, मटर आदि बीज जो जनपद पर उपलब्ध है उसे एक अक्टूबर 2020 से वितरण शुरू कराएं उर्वरक की उपलब्धता बनी रहे बफर में खाद की उपलब्धता सुनिश्चित करें रवि की फसल के दौरान किसानों को कोई समस्या नहीं होना चाहिए खाद की कमी न रहे तथा कालाबाजारी न हो इसके लिए कृषि विभाग व सहकारिता के कर्मचारियों अधिकारियों को लगाकर साधन सहकारी समितियों में नोडल अधिकारी बनाया जाए खाद की कालाबाजारी नहीं होना चाहिए अगर कोई कालाबाजारी करते हुए पाया जाए तो उसे अभी से ही चिन्हित करके कार्यवाही सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने उपनिदेशक कृषि तथा कृषि विज्ञान गनीवां के वैज्ञानिकों से कहा कि कृषि को बढ़ावा देने के लिए रासायनिक खेती की जगह जैविक खेती के लिए किसानों को प्रेरित किया जाए तथा जो प्रगतिशील किसान है उन्हें कार्यक्रम आयोजित कर सम्मानित कराया जाए उन्होंने किसानों से कहा कि आप लोग जैविक खेती की ओर बढ़ कर कार्य करें अच्छा उत्पादन होगा। उन्होंने कहा कि डीबीटी के माध्यम से कृषि विभाग की जो योजनाएं संचालित है उनका अनुदान का भुगतान समय से किसानों को कराया जाए। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि पर कहा कि जो किसान रह गए हैं उन्हें लाभ दिलाया जाए शासन की महत्वपूर्ण योजना है लगातार इसकी समीक्षा की जा रही है इस माह में कोई भी किसान इस योजना से वंचित न रहे यह सुनिश्चित कर लें भ्रमण के दौरान जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों को अभी भी समस्या किसानों की प्राप्त हो रही हैं इसका तत्काल निस्तारण कराएं। प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा उत्थान एवं महाभियान योजना का लाभ किसानों को दिलाया जाए इस योजना के अंतर्गत सोलर पंप जब किसानों के खराब होते हैं तो मकैनिक की व्यवस्था नहीं हो पाती है इस समस्या व तथा अन्य समस्याओं का पत्र बनाया जाए ताकि मंडलीय रवि गोष्ठी जो होगी तो उसका निस्तारण कराया जा सके।उन्होंने कहा कि फसल अवशेष न जलाए अब धान की फसल आने वाली है अभी से ही अभियान चलाकर पराली न जलाएं किसानों को जागरूक करें और अधिक से अधिक गौशाला पर पराली की व्यवस्था कराएं किसानों को चिन्हित करके यह सुनिश्चित करले गत वर्ष कई किसानों के खिलाफ कार्यवाही की गई थी ऐसी स्थिति इस वर्ष न हो इसको अभी से ही कराएं। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत बीमा कंपनी के अधिकारियों को निर्देश दिए कि 1 अक्टूबर 2020 से जिले में कार्यालय खोलकर किसानों की फसलों का बीमा कराएं तथा जनपद में रहकर कार्य करें नहीं तो मैं आपके खिलाफ कार्रवाई करूंगा किसानों को रवि की फसल का बीमा अधिक से अधिक कराया जाए ।उप निदेशक कृषि से कहा कि 1 अक्टूबर 2020 से अभियान चलाकर 31 दिसंबर 2020 तक बीमा कराएं ताकि किसानों को लाभ मिल सके। परंपरागत कृषि विकास योजना के अंतर्गत किसानों के कलस्टर बनाकर लाभ दिलाएं इसमें स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को भी जोड़ कर जैविक खेती पर कार्य कराया जाए।जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी से कहा कि जो किसान गौशाला से गोवंश लिए हैं उनको सभी शासकीय योजनाओं को लाभ दिलाया जाए और किसानों को प्रेरित करके सहयोग सहभागिता का लाभ दिलाया जाए प्रगतिशील किसानों ने धान क्रय केंद्र और खोले जाने की मांग की जिस पर जिलाधिकारी ने कहा कि इस संबंध में शासन स्तर पर पत्राचार किया गया है समस्या का निस्तारण कराया जाएगा। जिलाधिकारी ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन योजना ,थेसिंग फ्लोर, सबमिशन ऑन एग्रीकल्चर मैकेनाइजेशन योजना, फसल अवशेष, कृषि अपशिष्ट, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, जैविक खेती, प्राकृतिक खेती, परंपरागत कृषि विकास योजना, राष्ट्रीय सतत कृषि मिशन, दुधारू पशु आधारित फसल प्रणाली, पशुधन आधारित फसल प्रणाली, फार्मिंग सिस्टम, बागवानी आधारित खेती, मछली पालन आधारित पद्धति, ग्रीनहाउस, मधुमक्खी पालन, साइलेज मेकिंग, पोस्ट हार्वेस्ट स्टोरेज स्ट्रक्चर, वर्मी कंपोस्ट, जैविक, हरी खाद आदि विभिन्न बिंदुओं की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि हरी खाद, वर्मी कंपोस्ट को बढ़ावा दिया जाए प्रत्येक कलस्टर पर कार्य कराया जाए जिन गांवों को लिया गया है उसकी सूची भी उपलब्ध कराई जाए ताकि उन ग्राम पंचायतों के गौशालाओं पर भी कार्य कराया जा सके। एरिया डेवलपमेंट कार्यक्रम के अंतर्गत कलस्टर का गठन करते हुए कार्य किया जाए। कहां की वर्षा सिंचित क्षेत्र विकास के अंतर्गत आने वाले आठ विषयों में से एक राष्ट्रीय सतत कृषि मिशन का हिस्सा है जिसमें कृषि के दस मुख्य घटक है इसमें उन्नत बीज, पशुधन, मत्स्य पालन, पोषक तत्व प्रबंधन, टिकाऊ कृषि हेतु मुख्य रूप से उन्नतशील बीज, पशुधन एवं मत्स्य विकास, उन्नत कृषि तकनीकी, पोषक तत्व प्रबंधन के साथ-साथ जीविकोपार्जन साधनों के विविधीकरण के प्रबंधन हेतु योजना का संचालन किया जा रहा है इसको अधिक से अधिक किसानों को बढ़ावा दिया जाए। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि जो शासन से दिशा निर्देश से कृषि को बढ़ावा दिए जाने के लिए प्राप्त हुए हैं उनका पालन कराते हुए किसानों को लाभ दिलाया जाए ताकि किसानों की आय दोगुनी हो सके।
उपनिदेशक कृषि टी पी शाही ने जिलाधिकारी सहित सभी अधिकारियों तथा प्रगतिशील किसानों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि कोविड-19 को देखते हुए अब कृषि विभाग के तकनीकी बिंदुओं की समीक्षा की जा रही है ताकि किसानों की आय दोगुनी हो सके इस पर अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार कराया जाएगा कोरोना काल के समय से बैठक के नहीं आयोजित कराई जा सकी अब प्रत्येक माह बैठक आयोजित कर आकर कार्यों की प्रगति की समीक्षा की जाएगी।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अमित आसेरी, जिला कृषि अधिकारी बसंत कुमार दुबे, जिला उद्यान अधिकारी डॉ रमेश कुमार पाठक, भूमि संरक्षण अधिकारी चित्रकूट हिमांशु पांडेय, प्रथम हरिराज, द्वितीय बाल गोविंद सहित संबंधित अधिकारी तथा प्रगतिशील कृषक मौजूद रहे।
*ब्यूरो रिपोर्ट* अश्विनी कुमार श्रीवास्तव
*जनपद* चित्रकूट
You must be logged in to post a comment.