चित्रकूट में साधुओं के साथ आए दिन हो रहे जान लेवा हमले,साधु-संतों भारी आक्रोश

उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय (दैनिक कर्मभूमि) चित्रकूट। जहां एक ओर यूपी में संतों की सरकार है वही तीर्थ क्षेत्र चित्रकूट में साधनारत संत महंतों के ऊपर आए दिन घटनाएं हो रही हैं इससे धार्मिक क्षेत्र के साधु-संतों में भारी आक्रोश व्याप्त है बता दें कि चित्रकूट जिले के थाना बहिलपुरवा अंतर्गत देवांगना घाटी के पास कोटि तीर्थ पंपापुर हनुमानगढ़ी में संत प्रेमदास जी महाराज के ऊपर अज्ञात बदमाशों ने धारदार हथियारों से प्राणघातक हमला किया और सारा सामान लूट ले गए .यह घटना बीती 19 दिसंबर 2020 की है, संत स्वभाव के चलते प्रेमदास जी ने इस घटना की रिपोर्ट पुलिस थाने में नहीं दी ,जब उनके भक्त जनों को इस घटना का पता चला तो आश्रम पहुंचकर घायल संत को परिजनों के साथ उनके पैतृक गांव अशोह ले गए जहां आज भी उन का देशी इलाज किया जा रहा है ,सोमवार को कामदगिरि प्रमुख द्वार के व्यवस्थापक संत मदन गोपाल दास जी सचिव विरक्त संत मंडल तीर्थ नगरी चित्रकूट धाम को जैसे ही इस घटना की जानकारी हुई वह अपने संग संत राजीव लोचन दास जी महाराज को लेकर अशोह गांव पहुंच पंपापुर हनुमानगढ़ी के संत प्रेम दास जी का हालचाल जाना और पूरी घटना की जानकारी ली ,प्रेम दास जी महाराज ने अवगत कराया कि उनके आश्रम में यह चौथी पांचवीं घटना है लेकिन अब तक शासन प्रशासन द्वारा वहां के संतों की सुरक्षा के लिए कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए , बीती 19 दिसंबर की रात को अज्ञात नकाबपोश बदमाश उनके आश्रम में आए और उन पर फर्सा बल्लभ से हमला किया और सारा सामान लूट कर ले गए बताया कि 8 साल पहले भी अज्ञात बदमाशों ने हनुमान जी के सोने चांदी के श्रृंगार तिलक आंख, पैर और हाथ के चूड़े सब लूट ले गए हैं उनका भी रुपया पैसा कई बार लूट चुके हैं और उन्हें मारा-पीटा भी है

इस बार तो उन्हें जान से मारने की नियत से धारदार हथियारों से हमला किया है अब वह डर गए हैं उनका कहना है कि अब वह हो रणछोड़ दास महाराज की सिद्ध साधना स्थली पंपापुर हनुमानगढ़ी में साधना करने नहीं जाएंगे .उन्होंने डाकुओं के भय से आश्रम छोड़ने का मन बना लिया है प्रेमदास जी ने कामदगिरि प्रमुख द्वार के संत मदन गोपाल दास जी से साफ कहा कि वह अब हनुमानगढ़ी पंपापुर देवांगना घाटी में नहीं जाएंगे .अब वह किसी दूसरे स्थान पर साधना करने की तैयारी बना ली है .इस घटना से व्यथित तमाम संत बेहद नाराज हैं , कामदगिरि प्रमुख द्वार के संत मदन गोपाल दास जी का कहना है कि एक तरफ यूपी की योगी सरकार धार्मिक तीर्थ क्षेत्र चित्रकूट को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने में जुटी है वहीं साधु संतों की रक्षा सुरक्षा योगी सरकार के अधिकारी और पुलिस प्रशासन नहीं कर पा रहा है यदि इसी तरह की घटनाएं संतों के साथ घटित होती रहेंगी तो चित्रकूट का धार्मिक पर्यटन विकास कैसे हो पाएगा ,जब संत ही सुरक्षित नहीं रहेंगे तो चित्रकूट कैसे सुरक्षित रहेगा, जब चित्रकूट के संत अत्याचारियों के शिकार होते रहेंगे तो यहां पर्यटक कैसे आएंगे और यहां का पर्यटन विकास कैसे हो पाएगा संत मदन गोपालदास ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग की है की तीर्थ क्षेत्र चित्रकूट धाम के संत महंतों की रक्षा सुरक्षा की जाए और पंपापुर हनुमान गढ़ी के संत प्रेम दास जी महाराज के साथ हुई घटना को संज्ञान में लेकर घटना करने वालों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाए इसके अलावा आश्रमों में अवैध कब्जा के लिये हो रहे प्रयासों पर रोक लगाने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं।

*ब्यूरो रिपोर्ट* अश्विनी कुमार श्रीवास्तव
*जनपद* चित्रकूट