उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय (दैनिक कर्मभूमि) लखनऊ,13 फरवरी 2021 प्रमुख स्वतन्त्रता सेनानी व कवयित्री मैडम सरोजनी नायडू का जन्म 13 फरवरी 1879 को हुआ था उन्हें अपनी कविताओं के कारण श् भारत कोकिला के रूप में भी जाना जाता है। रॉयल फैमिली के सैय्यद मासूम रजा, एडवोकेट ने सल्तनत मंजिल, हामिद रोड, निकट सिटी स्टेशन, लखनऊ में हुई एक मीटिंग में कहा कि सरोजनी नायडू १२ वर्ष की उम्र में ही कविता लिखने लगी थीं और इन्होंने देश की स्वतन्त्रता के भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन में बहुत ही सक्रिय भूमिका निभाई थी। साल 1925 में यह कांग्रेस की अध्यक्ष बनी। यह महिलाओं के अधिकार के लिए हमेशा संघर्ष करती रहती थी। नवाबजादा सैय्यद मासूम रजा ने आगे कहा कि भारत की यह पहली महिला गवर्नर के रूप में भी जानी जाती हैं। इनका सम्मान भारत के सभी बड़े नेता विशेष कर महात्मा गांधी व पंडित जवाहलाल नेहरू किया करते थें और इनकी काबलियत के कायल थें। नवाबजादा सैय्यद मासूम रजा ने आगे कहा कि 13 फरवरी को उनकी 135 वीं जयंती के अवसर पर यानी 13 फरवरी 2014 को भारतवर्ष में राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने की शरुआत की गई थी। 1949 में लखनऊ में उन्होंने दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया। भारतीय डाक एवम टेलीग्राफ विभाग द्वारा 57 साल पहले 13 फरवरी 1964 को जारी 15 पैसे के डाक टिकट और फर्स्ट डे कवर नवाबजादा सैय्यद मासूम रजा, एडवोकेट की बिटिया इंजिनियर हया फातिमा के कलैक्शन में मौजूद है जो उनकी कलेक्शन को चार चांद लगा रहा है।
रिपोर्टर सिद्धार्थ त्रिवेदी रायबरेली
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