यूनियन बैंक कुटीर चक्के का बैंक प्रबन्धक करता है ग्राहकों से अभद्रता , ग्राहकों में आक्रोश !

उत्तर प्रदेश( राष्ट्रीय दैनिक कर्मभूमि )जौनपुर

जौनपुर।(केराकत)बैंकों के मनमाना रवैया और आए दिन होने वाली परेशानियों से ग्राहकों को निजात मिलता नहीं दिख रहा । बैंक के ऑनलाइन कम्पलेन सेल एवं पोर्टल पर ग्राहकों के कई शिकायते लंबित है जिसमें सबसे अधिक शिकायत कुटीर शाखा चक्के जौनपुर का है क्योंकि यहां का पूरा वर्तमान स्टाफ बेहद निम्न स्तर के रवैए का है जिसको लेकर कई ग्राहकों में रोष देखा गया है । त्योहारी सीजन में अपने ही पैसों के लिए लाइन में लगे लोगो के साथ अभद्रता देख कर स्थानीय लोग बैंको से दूरी बना रहे और ऑनलाइन लेनदेन की तरफ जोर दे रहे । एक ग्राहक कि माने तो उसने बताया कि वह बैंक में गुरुवार को गया था और अपने बन्द खाते के बारे में जानकारी लेना चाहा तो बैंक के प्रबन्धक ने कहा तीन बजे के बाद आना उससे पहले गवर्नर का बाप भी आ जाय तो भी नहीं बताएंगे । ये हमारा बैंक है तुम लोग केवल आते हो भीड़ खड़ा करने । निराश ग्राहक चुपचाप बैंक से चला गया । ठीक इसी प्रकार आए दिन कुटीर पीजी कालेज शाखा बैंक प्रबन्धक की शिकायत जनपद के महाप्रबंधक यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के पास पहुंचती है । ग्राहकों के साथ साथ महाविद्यालय के स्टाफ के साथ भी बैंक में बदतमीजी करते देखे जाते है वहां के स्टाफ और शाखा प्रबन्धक । बढ़ती मंहगाई के दौर में आए दिन बैंक में जाने वाले ग्राहकों ऐसे बैंक कर्मियों के मनमानी की वजह से बैंक के प्रति नीरसता बढ़ी है । आराम तलबी के चक्कर में फंस चुके यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के कर्मचारी मनमाने तरीके से काम कर रहे । कम्पलेंट करने के बाद भी कार्यवाही ना होने के बाद लोगो ने पत्रकारों से आवाज उठाने की बात कही जिसके चलते एक सामान्य दिन बैंक में जाने के बाद पता चला कि पांच हजार की नीचे की रकम आप बैंक में जमा नहीं कर सकते क्युकी बैंक कैशियर महोदय को आराम करना है , इसके लिए आप आधार सेंटर पर जाइए । लगातार शिकायत के बाद एक पत्रकार ने स्थानीय यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के शाखा कुटीर चक्के में जाकर जब स्थिति देखी तो बैंक प्रबन्धक बिल्कुल रौब में कुर्सी पर पीठ टिकाकर नीद लेते दिखाई पड़े जबकि अंदर ही ग्राहकों कि एक लम्बी लाईन लगी हुई थी । आए दिन ऐसे ही अधिकारियों से बैंक कि शाख धूमिल हो रही जिसके निमित्त जनपद के बैंक महाप्रबन्धक से आग्रह होगा की ऐसे बैंक अधिकारियों को चिन्हित करके सख्त कार्यवाही करें ।

एडिटर अभिषेक शुक्ला