अवैध ब्लास्टिंग की आवाज से कानों में नहीं दे रहा सुनाई साहब हमारी भी सुनो आवाज

उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय(दैनिक कर्मभूमि)चित्रकूट जिला के भरतकूप क्रेशर नगरी से लगे हुए पहाड़ों में इन दिनों अवैध ब्लास्टिंग से ग्राम वासी रोते बिलखते नजर आ रहे हैं ग्रामीणों का कहना है कि दिन-रात अवैध ब्लास्टिंग की धाए धाये की आवाज के सिवा कानों में कुछ सुनाई नहीं दे रहा यहां तक कि बच्चों की ना दिन में नींद पूरी होती ना रात में अगर प्रशासन और खनिज विभाग इसी तरह खनिज माफियाओं को छूट देता रहा तो मजबूरन ग्रामीणों को गांव छोड़कर पलायन करना पड़ सकता है क्योंकि एक तरफ जहां ब्लास्टिंग की आवाज से दिन रात किसी जगह शांति नहीं मिल रही तो दूसरी तरफ अवैध ब्लास्टिंग से मिलो पत्थर उड़कर आते हैं जो कभी भी किसी व्यक्ति को मौत की नींद सुलाने में कसर नहीं छोड़ रहे यहां तक कि ब्लास्टिंग से उड़े पत्थरों से घरों के छप्पर भी प्रभावित हो रहे हैं और ब्लास्टिंग की आवाज से घरों की दीवारों में दरार आने लगी है यदि खनिज विभाग या जिले के उच्च अधिकारियों से हम ग्रामीणों के द्वारा शिकायत भी की जाती है तो उनके द्वारा यह कहकर जांच की जगह पल्ला झाड़ लिया जाता है कि यह जांच का विषय है और उन लोगों पर कार्रवाई होगी जो अवैध ब्लास्टिंग कर रहे हैं लेकिन शायद यह कार्यवाही एक सपना बनकर ही रह गई है खनिज विभाग की कार्यशैली से लगता है कि खनिज विभाग को खनिज माफिया प्यारे हैं ना कि गांव वालों की जिंदगी वहीं यदि हम बात करें क्षेत्र में संचालित हो रही अवैध खदानों की तो यह कहने में बिल्कुल भी झिझक नहीं है कि इन दिनों भरतकूप थाना क्षेत्र से लगे हुए पहाड़ों में अवैध खनन जोरों पर है भले ही जिम्मेदार अधिकारियों को अवैध खनन दिखाई ना दे रहा हो लेकिन अधिकारियों की सांठगांठ से सरकार को लाखों रुपए का राजस्व चूना लग रहा है बहुत सी खदानों की अवधि समाप्त हो गई है लेकिन खनिज विभाग से सांठगांठ करके आज भी खदानों में धड़ल्ले से दिन-रात पत्थर की तुड़ाई हो रही है और अवैध ब्लास्टिंग से पहाड़ों के सीने को भी छलनी किया जा रहा है लेकिन माफियाओं के आगे विवश खनिज विभाग को शायद अपनी जिम्मेदारी का कोई ख्याल तक नहीं है जिले में लगता है कि खनिज विभाग है ही नहीं इसीलिए लगातार खनिज माफियाओं की सक्रियता क्षेत्र में बढ़ते दिखाई दे रही है जबकि उत्तर प्रदेश की सूबे की सरकार लगातार अवैध खनन व रेत उत्खनन पर अंकुश लगाने की बात कर रही है लेकिन जमीनी हकीकत क्या है यह भरतकूप थाना क्षेत्र के पहाड़ों में व नदियों में घूमने के बाद ही देखा जा सकता है।ग्रामीण छोटा यादव ने बताया कि हमारे द्वारा विगत 5 वर्षों से जिले के उच्च अधिकारी से लेकर खनिज विभाग के आल्हा अधिकारी को अवैध ब्लास्टिंग और अवैध उत्खनन की जानकारी पत्राचार के माध्यम से दी गई है लेकिन जांच तो नहीं हुई बल्कि अधिकारी अपने शुभचिंतकों को पत्राचार करने वालों के नंबर एवं पता जरूर उपलब्ध करा दिए हैं जिससे अब रात विरात आने जाने में भी जिंदगी का डर बना रहता है इन बातों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि खनिज विभाग की सह पर क्षेत्र में कितना जोर शोर से अवैध खनन जारी है।

 

*ब्यूरो रिपोर्ट*- अश्विनी कुमार श्रीवास्तव

*जनपद* चित्रकूट