रंग लाई मेहनत मातृ वंदना योजना में मिली सफलता

उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय(दैनिक कर्मभूमि)चित्रकूट।मातृ वंदना योजना में लक्ष्य के सापेक्ष 106 फीसद उपलब्धि के साथ जिले का प्रदेश में पहला स्थान है। इस योजना के तहत प्रथम बार गर्भवती हुयी महिलाओं को 5 हज़ार की धनराशि दी जाती है। मातृ वंदना योजना की धनराशि से गर्भवती/ धात्री महिलाओं को पौष्टिक आहार सेवन में मदद मिल रही है। इस धनराशि से मध्यम वर्गीय परिवार की काफी सहायता हो जाती है। यह मानना है इस योजना की लाभार्थियों का।

बलदाऊगंज कर्वी में अंडे का ठेला लगाकर परिवार का भरण पोषण करने वाले सज्जन रैकवार का कहना है कि उनकी पत्नी मालती ने 22नवंबर 2021को बच्ची को जन्म दिया था। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहतपत्नी को दो किस्तों में 3000रुपए मिले हैं|यह रकम बहुत बड़ी नहीं है लेकिन मौके पर मध्यम वर्गीय परिवार को इससे काफी मदद हो जाती है। योजना की तारीफ करते हुए कहा कि जिस परिवार में महिला पहली बार गर्भवती हो रही है,उन्हें इस योजना का लाभ उठाना चाहिए।
शंकर बाजार निवासी राधा देवी पांडे ने 26 मार्च 21को बच्चे को जन्म दिया था उन्हें भी योजना का लाभ मिला है राधा के पति मनीष जॉब पाने के लिए तैयारी कर रहे हैं। उनका कहना है कि बेरोजगारी के दौर में पत्नी राधा को इस योजना में जो मदद मिली है, इसकी वजह से उन्हें उनके पौष्टिक आहार के लिए जेब से रुपए नहीं देने पड़े, अन्यथा की स्थिति में यह खर्च भी उन्हें उठाना पड़ता। योजना अच्छी है पात्र लोगों को इसका लाभ लेना चाहिए।जानकीपुरी निवासी अनीता प्रजापति ने एक नंबर 2021 को बच्चा हुआ है। उन्होंने बताया कि योजना से मिली धनराशि का उपयोग उन्होंने खानपान में किया है। उनका कहना है कि जो भी बहनें पहली बार गर्भवती हो रही,उन्हें इस योजना के लाभ के लिए आगे आना चाहिए।मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. भूपेश द्विवेदी ने बताया कि मातृ वंदना योजनाके तहत पहली बार गर्भवती हुई महिलाओं को तीन किस्तों में पांच हजार रूपए की मदद दी जा रही है| प्रयास है कि अधिक से अधिक पात्र महिलाओं को योजना से लाभ दिलाया जा सके| लक्ष्य के सापेक्ष 106फीसद उपलब्धि के साथ जिले का प्रदेश मेंपहला स्थान है| जिला समन्वयक रोहित सिंह ने बताया कि मातृ वंदना योजनाके तहत पहली क़िस्त में एक हजार, दूसरी और तीसरी क़िस्त में 2000-2000 रूपए सहित कुल पांच हजार रूपए लाभार्थी के बैंक खाते में सीधे भेजे जा रहे है| उन्होंने बताया की अब तककुल 28983महिलाओं को लाभ मिल चुका है| योजना के प्रारम्भ से फरवरी 2022 तक 27252का लक्ष्य दिया गया था| इसके सापेक्ष 106फीसद उपलब्धि मिल चुकी है|

*ब्यूरो रिपोर्ट*-अश्विनी कुमार श्रीवास्तव
*जनपद* चित्रकूट