राजापुर में अवैध खनन माफिया के हौसले बुलंद, धौरहरा में कार्रवाई के नाम पर दिखावा

उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय(दैनिक कर्मभूमि)चित्रकूट।राजापुर में चुनाव को लेकर जनपद के आलाधिकरी चुनाव को सकुशल संपन्न कराने में जुटे हुए हैं। जिसका फायदा खनन माफिया धड़ल्ले से उठा रहे हैं। राजापुर तहसील क्षेत्र में कई बालू खदानें संचालित हैं, वो चाहे धौरहरा खदान हो या गुरगौला खदान या अन्य खदाने हों। सभी बालू खदानों में अवैध खनन किया जा रहा है। घाट संचालक एनजीटी के नियमों को ताक में रखकर अवैध खनन को अंजाम दे रहे हैं।धौरहरा बालू खदान में लगभग डेढ़ दर्जन से ज्यादा भारी भरकम मशीनों से यमुना नदी का सीना चीर कर अवैध खनन किया जा रहा है। घाट संचालक अवैध खनन के साथ जमकर ओवरलोडिंग परिवहन कर रहे हैं, जिसके चलते राजस्व का भारी मात्रा में हनन हो रहा है। क्षेत्र के सैकड़ों गांवों को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग पूरी तरह से गड्ढों में तब्दील होता जा रहा है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों को इसकी कोई परवाह नहीं है। अवैध खनन के खिलाफ कई बार ग्रामीणों ने विभाग के उच्चाधिकारियों तक अपनी आवाज बुलंद की, लेकिन खनन माफियाओ की साठगांठ की वजह से ग्रामीणों की किसी ने सुध नहीं ली। जिसकी वजह से किसान अधिकारियों पर भी आरोप लगा रहे हैं।आपको बता दें यदि कोई भी अधिकारी किसानों की शिकायत पर अवैध खनन को देखने या कार्यवाही करने जाता है, तो वह किसानों के दिखावे के लिए खदानों के अंदर तो जाते, लेकिन अवैध खनन पर कार्यवाही करने के बजाय फोटो खिंचवाकर चले आते हैं। सोमवार को खनन इंस्पेक्टर मौके पर पहुंचे और बिना कुछ जवाब दिए भाग खड़े हुए।वहीं खनिज अधिकारी शनि कौशल से फोन से बात करने की कोशिश कि गई तो उनका फोन नहीं उठा।

*ब्यूरो रिपोर्ट* अश्विनी कुमार श्रीवास्तव
*जनपद* चित्रकूट