किसानों को किया प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए प्रेरित

उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय (दैनिक कर्मभूमि) मानिकपुर, चित्रकूट। विकास पथ सेवा संस्थान चित्रकूट द्वारा विज्ञान संचार व विज्ञान मीडिया के माध्यमों द्वारा कृषि उत्पाद नवाचार के लिए परम्परागत व आधुनिक वैज्ञानिक ज्ञान विषयान्तर्गत एक दिवसीय संवाद कार्यक्रम शुक्रवार को मानिकपुर तहसील क्षेत्र के सामुदायिक भवन चन्द्रामारा में आयोजित किया गया।

कार्यक्रम में डाॅ प्रभाकर सिंह ने बताया कि संवाद कार्यक्रम का उद्देश्य कृषि जोखिमों से होने वाले स्वास्थ्य नुकसान के बारे में सही जानकारी देकर कृषि जोखिमों को कम करना व रासायनिक खाद और कीटनाशक दवाओं का उपयोग कम करते हुए परम्परागत, प्राकृतिक खेती व वैज्ञानिक ज्ञान का प्रयोग करते हुए खेती के लिए प्रेरित करना है। कहा कि रासायनिक उर्वरकों के निरन्तर प्रयोग से मानव स्वास्थ्य भी दुष्प्रभाव पड़ रहा है। विषय विशेषज्ञ डाॅ विकास सिंह ने किसानों के बीच चार्ट व चित्रों के माध्यम से प्राकृतिक खेती के बारे में जानकारी दी तथा तथ्यों को स्पष्ट करते हुए कहा कि आज जितनी भी बिमारियां हो रही है वह खेत और फसल में रासायनिक खाद व विषैले कीटनाषकों के प्रयोग से हो रही है। जिससे बचने के लिए प्राकृतिक खाद व प्राकृतिक कीटनाशकों का प्रयोग करें। गोपाल कृष्ण गुप्ता ने बताया कि जैविक खेती से मिट्टी की उर्वरक शक्ति लम्बे समय तक चलती है और जीवों, पश-पक्षियों पर इसका प्रभाव पडता है, जिससे प्रकृति संतुलन और पर्यावरण स्वच्छ व स्वस्थ्य बना रहता है। इस मौके पर रामप्रताप सिंह, उमादत्त मिश्र, लवलेश सिंह, आदित्य मिश्रा, सज्जन कुमार सहित अन्य किसान मौजूद रहे।

 

*ब्यूरो रिपोर्ट* अश्विनी कुमार श्रीवास्तव

*जनपद* चित्रकूट