*रिटायरमेंट के दिन गिनते डीआईओएस का रवैया शिक्षक विरोधी*

राष्ट्रीय दैनिक कर्मभूमि अंबेडकर नगर

अम्बेडकरनगर।जिले के 46 एडेड माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों व कर्मचारियों का मई व जून माह का वेतन अबतक लटके होने तथा जुलाई के वेतन पारण की तिथि भी आसन्न होने के बावजूद डीआईओएस प्रवीण कुमार मिश्र का हाथ पर हाथ रखते हुए जिम्मेदारी निर्वहन से भागना समस्याओं की मूल वजह है।यह आरोप राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ,उत्तर प्रदेश के अयोध्यामण्डल अध्यक्ष उदयराज मिश्र ने लगाया है।श्री मिश्र ने यह बात आज डीआईओएस से वेतन के बाबत हुई वार्ता के बाद लगाया है।
ज्ञातव्य है कि विगत 19 मई को सूबे की अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला के एक मौखिक फरमान के चलते वर्ष 2001 से नियुक्त तदर्थ शिक्षकों के वेतन भुगतान पर तलवार लटक रही थी।हालांकि बाद में अपर मुख्य सचिव ने स्वयम ऐसे किसी आदेश के देने से इनकार कर दिया था किन्तु फिर भी उसी की रट लगाते हुए विभिन्न जिलों के जिला विद्यालय निरीक्षकों ने वेतन बाधित करने के आदेश देते हुए बाद में प्रत्याहरण भी किया था।
गौरतलब है कि अम्बेडकर नगर जिला विद्यालय निरीक्षक पहले कह रहे थे कि अयोध्या जनपद में भुगतान होने पर वे भी करेंगें किन्तु अब जबकि अयोध्या जनपद में मई माह का वेतन सभी तदर्थ शिक्षकों सहित भुगतान हो चुका है तो जिम्मेदारियों से कन्नी काटते हुए छुट्टियों दर छुट्टियों का आश्रय ले शिक्षकों के वेतन भुगतान की जिम्मेदारी से भाग रहे हैं।जिसके चलते अबतक मात्र 14 विद्यालयों का ही वेतन भुगतान हो सका है,जबकि 46 वंचित हैं।इस बाबत उक्त शिक्षक प्रतिनिधि ने बताया कि आज जब पुनः वेतन के सम्बंध में उक्त अधिकारी से वार्ता की तो उन्होंने छुट्टी को 25 जुलाई तक बढ़वाने की बात कहते हुए कहा कि अयोध्या डीआईओएस की तरह उनमें अंडरटेक करने की क्षमता नहीं है।जिससे आज से वेतन पारण की जो स्थिति बनी थी वह फिर रुक गयी।दिलचस्प बात है कि जिविनि बारबार संजय सिंह केस की दुहाई देते हैं किंतु मण्डल मुख्यालय पर अयोध्या जनपद की तरह वेतन भुगतान करने से भाग रहे हैं।श्री मिश्र ने बताया कि अब छुट्टी से आने पर जिविनि से वार्ता होगी और कार्यालय पर आमरण अनशन करने की घोषणा की जाएगी।

रिपोर्ट -विमलेश विश्वकर्मा ब्यूरो चीफ अंबेडकरनगर