सभी जीवों के सच्चे सखा है भगवान- डाॅ रामनारायण

उत्तर प्रदेश दैनिक (कर्मभूमि)चित्रकूट ब्यूरो। गायत्री शक्तिपीठ में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के अंतिम दिन कथा व्यास डाॅ रामनारायण त्रिपाठी ने भगवान श्री कृष्ण के 16,108 विवाहो की दार्शनिक व्याख्याओं के साथ भगवान के पारिवारिक जीवन के सूत्रों व दिनचर्या की सुन्दर विवेचना की।

कथा व्यास ने सुदामा श्रीकृष्ण की मित्रता से जीव और ब्रह्म की मित्रता का सुन्दर निरूपण करते हुए कहा कि भगवान जीव के सच्चे सखा है, बस भगवान तक पहुचने की पात्रता सुदामा जैसी होनी चाहिए। कहा कि भगवान भी कृपा के लिए विवश होते है। कहा कि गृहस्थ के घर में कोई सच्चा ब्राह्मण जाए, तो उसका सौभाग्य है। स्वयं द्वारिकाधीश होकर भी श्री कृष्ण ने गरीब ब्राह्मण के चरण धोए क्योंकि धर्म ऐसे श्रेष्ठ लोगों से ही जीवित रहता है। कथा व्यास ने नौ योगेश्वरों के नौ महत्वपूर्ण सनातन धर्म के सिद्धांत भी समझाये। अंत मे सभी ने फूलों की होली के साथ कथा का समापन उत्सव मनाया। हवन पूजन के साथ गायत्री परिवार की सदस्यता मंत्र दीक्षा युग ऋषि पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य के विचारो के प्रसार का संकल्प लिया।