राष्ट्रीय दैनिक कर्मभूमि अंबेडकरनगर
अम्बेडकर नगर जनपद के जहाँगीरगंज विकास खण्ड क्षेत्र के निवासी मुबारकपुरपिकार स्वर्गीय रुपई राम के दो पुत्र थे जिनके बड़े पुत्र का नाम स्वर्गीय वीरेंद्रनाथ और छोटे पुत्र का नाम राजेन्द्र प्रसाद था जिनकी पुस्तैनी जमीन दोनों लोगों के नाम दर्ज थी। छोटे पुत्र राजेंद्र प्रसाद ने अपने हिस्से की जमीन का कुछ अंश सूर्यभान विश्वकर्मा (मास्टर) निवासी इंदौरपुर उर्फ घिनहापुर(सिद्धनाथ) को बेंच दिये थे।राजेंद्र प्रसाद से बहला-फुसलाकर और शराब पिलाकर जमीन को रजिस्ट्री करवा लिये।जबकि सूर्यभान विश्वकर्मा (मास्टर) ने जमीन अपने नाम न लिखवाकर अपने मित्र लक्ष्मीकांत पुत्र जयराम निवासी धरमपुर के नाम रजिस्ट्री करवाये लिए। तो राजेंद्र प्रसाद के पुत्र पंकज कुमार ने अपने जमीन पर आलापुर तहसील में आपत्ति लगा दी।मजे की बात यह है कि अब लक्ष्मीकान्त पुत्र जयराम ने रूपईराम के तीसरे पुत्र के रूप में जन्म ले लिए बाप और माता तथा गाँव वालों को पता नहीं अब दत्तक पुत्र भी पैदा होने लगे वाह रे कलयुगी पुत्र लोगों का इतना ईमान और जमीर गिर जायेगा यह कहाँ का न्याय हैं ! जबकि गरीब व पीड़ित परिवार में किसी को नहीं पता है कि फर्जी कागजात में उनके एक और पुत्र लक्ष्मीकान्त पुत्र स्वर्गीय रूपई राम के रूप में जन्म जमीन की आकाश से पैदा हो गये है।पीड़ित परिवार ने शासन और प्रशासन से गुहार लगाई कि ऐसे पाखण्डी और मक्कार आदमी के ऊपर प्रशासनिक कार्यवाही की जाय।
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