राष्ट्रीय (दैनिक कर्मभूमि) उत्तर प्रदेश:चित्रकूट। प्रगतिशील लेखक संघ का जिला सम्मेलन कचेहरी परिसर में सीपीआई जिला सचिव अमित यादव की अध्यक्षता में हुआ।
प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य व पर्यवेक्षक ने कहा कि देश इस दौर से गुजर रहा है कि लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता, सामाजिक एकता, सामाजिक न्याय के साथ लोकतंत्र को बचाने वाली संस्थाएं को बचाने के लिए बुद्धिजीवी वर्ग या लेखकों का सबसे बड़ा दायित्व बन जाता है। मुंशी प्रेमचंद ने कहा था कि साहित्य राजनीति की मशाल है, जो राजनीति को ही नहीं देश को भी दिशा देती है। आज साहित्यकारों की सबसे बड़ी चुनौती देश में बढ़ रहे सांप्रदायिक तनाव, जातिवाद, लोकतंत्र व अभिव्यक्ति पर हो रहे हमले हैं। जिनसे निजात का रास्ता कलम के रास्ते से ही निकालना होगा। इस अवसर पर अमित यादव, सुनील कुमार, श्याम सुन्दर सिंह, आलोक बौद्ध, रविकरन ने भी अपने विचार व्यक्त किए। सम्मेलन में सर्वसम्मति से प्रगतिशील लेखक संघ चित्रकूट का जिलाध्यक्ष सुनील कुमार चित्रकूटी को, उपाध्यक्ष आनंद यादव, महासचिव श्याम सुंदर सिंह, कोषाध्यक्ष आलोक बौद्ध, सचिव रविकरन को चुना गया। साथ ही 10 सदस्यीय कार्यकारिणी भी चुनी गई। सभी नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को का.अमित यादव, पर्यवेक्षक डा. रामचन्द्र सरस ने बधाई दी।
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