सूचना मिलने के बावजूद संदिग्ध को लाने नहीं जा रही एंबुलेंस, सीएचसी प्रभारी का आरोप

उत्तर प्रदेश (दैनिक कर्मभूमि) कोइरौना डीघ ब्लॉक क्षेत्र के धनतुलसीकला गांव के ग्राम प्रधान प्रतिनिधि गांव में 17 मई को मुंबई से आए 55 वर्षीय वृद्ध में कोरोना वायरस के लक्षण दिखने पर मंगलवार को पूरे दिन लगातार जिले के कंट्रोल रूम व निगरानी समिति के सेक्टर नोडल से लेकर चिकित्सा प्रभारी डीघ को फोन करते रहे लेकिन शाम करीब 6:00 बजे तक कोई टीम गांव नहीं पहुंच सकी थी प्रधान ने कहा कि उन्होंने डीघ सीएचसी के प्रभारी को 5 से 6 बार फोन किया लेकिन उन्होंने कहा कि किसी के साथ मरीज को भेज दीजिए तुलसी कला गांव में मुंबई से आए 55 वर्षीय व्यक्ति को खांसी व सांस लेने में तकलीफ है। प्रधान प्रतिनिधि ने कहा कि जब कोई संदिग्ध को छूने को तैयार नहीं है तो उसे अस्पताल कैसे भेजूं लापरवाही से से ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि कंट्रोल रूम से लेकर जिले के अधिकारी व चिकित्सा विभाग तक महामारी को लेकर कितने सतर्क हैं बता दें कोइरौना डीघ चिकित्सा प्रभारी डॉक्टर जीएस यादव ने कहा कि तुलसी कला गांव के संदिग्ध की सूचना ग्राम प्रधान द्वारा मिली है और कंट्रोल रूम लखनऊ से भी दोपहर को उसे उठाने के लिए सूचना मिली थी लेकिन 108 एंबुलेंस के कर्मी नहीं जा रहे हैं हमने कहा था कि मरीज को घर वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डीघ पर ले आए और मैं जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दूंगा वहीं पर जांच व इलाज आदि हो सकेगा और कहा कि हमने दिखाया है मरीज का तापमान भी उच्च है दवा भी कुछ लिखी गई है। चिकित्सा प्रभारी डीघ ने कोरोना के संदिग्ध को ले आने व जांच कराने की कार्रवाई को लेकर 108 एंबुलेंस कर्मियों के न जाने से पूरी तरह लाचार नजर आए।

रिपोर्ट विजय तिवारी सीतामढ़ी भदोही