उत्तर प्रदेश (दैनिक कर्मभूमि) सिरोहीया बारां छीपाबड़ोद उपखंड एवं तहसील मुख्यालय स्थित कस्बा क्षेत्र के नजदीक ग्राम पंचायत पछाड़ के राजकीय जन जाति बालिका छात्रावास में संचालित क्वारंटाइन सेंटर में आइसोलेशन में आइसोलेट दो मरीजों ने मीडिया के सामने रखी आपबीती ओर सुनाई पीड़ा जानकारी देते हुए बताया गया है।कि मरीजों के लिए न तो खाना न पानी की व्यवस्था है।ओर न ही बैठ पर बिछ रहे बिस्तरों को सेनिटाइजर किया जा रहा है। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सरकार की ओर से कई व्यवस्थाएं की गई हैं। इसी कड़ी में जगह-जगह क्वारंटाइन सेंटर बनाए गए हैं। यहां चिकित्सकों की तैनाती के साथ-साथ साफ-सफाई की बेहतर व्यवस्था रहती है। जहां पछाड़ स्थित राजकीय जनजाति बालिका छात्रावास में बनाए गए क्वॉरेंटाइन सेंटर में सबकुछ विपरीत नजर आ रहा हे शोचालयो में गंदगी के साथ जगह-जगह पर पत्तल दोने देखे जा सकते हैं वही पर्श पर जमी धुल बता रही हे की जब से क्वॉरेंटाइन सेंटर बना हे तब से शायद ही सफाई हुई हो क्वॉरेंटाइन सेंटर एंट्री करने के साथ ही आप अव्यवस्थाओं से रूबरू हो सकते हैं सेंटर में जहां मुख्य द्वार टूटा हुआ है वही सेंटर के अंदर डस्टबिन उल्टे पड़े हैं क्वॉरेंटाइन में रहने वाले दो युवक रामकिशन और महेश राठौर का कहना है कि यहां पर शौचालय में भी गंदगी फैली हुई है बदबू आती है हमें आए 3 दिन हो गए हैं जिसमें खाना सही समय पर नहीं मिल रहा हे सोमवार को खाना 2 बजे मिला था उसके बाद मंगलवार को खाने मंगवाने के लिए एसडीएम साहब को कॉल किया जहां उनके द्वारा फोन रिसीव नहीं करने पर किसी अन्य से नंबर लेकर कंट्रोल रूम 100 नंबर पर कॉल किया तब जाकर 12 बजे खाना नसीब हुआ हमारी यहां पर कोई सुध लेने वाला नहीं है ना ही हमारे बिस्तरों को सैनिटाइज किया है ना ही पीने के पानी की व्यवस्था है मटकिया है वह भी बिना ढकी हुई है इधर विकास अधिकारी सूर्यप्रकाश जारवाल से संबंध में जब मीडिया के प्रतिनिधियों द्वारा बात करनी चाहि तो विकास अधिकारी द्वारा इस मुद्दे पर किसी प्रकार की बात नहीं करने की बात बोल कर पल्ला झाड़ लिया,
रिपोर्टर कुलदीप सिंह सिरोहीया बारां छीपाबड़ौद
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