करोना वैश्विक महामारी से दयनीय होती जा रही है प्राइवेट शिक्षकों और प्राइवेट कंपनी के कर्मचारियों कि स्थिति जय प्रकाश मिश्रा मिडिया प्रभारी जौनपुर

उत्तर प्रदेश (दैनिक कर्मभूमि)जौनपुर

एक तरफ भारत करोना वैश्विक महामारी के संकट से गुजर रहा है वहीं दूसरी तरफ लोग बेरोजगारी से त्रस्त होकर भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं केन्द्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है और राज्य में भी भारतीय जनता पार्टी की सरकार है प्रदेश सरकार केवल प्रवासी मजदूरों का डाटा कलेक्शन करनें में लगीं है इन सभी के बीच में कुछ लोग ऐसे भी हैं कि जो न मजदूर है न ही प्रवासी मजदूर है वह अपने घर ही रहकर देश के युवाओं के भविष्य को संवारने के लिए उन्हें उच्च शिक्षा प्रदान करते हैं जिन्हें हम भूतकाल में हम आचार्य जी् के नाम से जानते थे आज के बदलते दौर में हम उनको सर जी या गुरु जी के नाम से जानते हैं लेकिन इन्हें इस वैश्विक महामारी में संकट से जूझना पड़ रहा है इनकी स्थिति प्रतिदिन दयनीय होती जा रही है देश के सभी स्कुल लगभग 3 महीने से बन्द है इस दौरान प्राइवेट स्कूलों में आनलाइन पढ़ाई हो रहीं हैं और अभिभावकों से फीस भी लें जा रहे हैं शिक्षकों के इसके बदले में कोई वेतन नहीं दिया जा रहा है और न ही कोई जीवन यापन करने के लिए कोई वस्तु ही दी जा रही है सरकार के दिशा निर्देशों का बखुबी पालन करने वाले इन प्राइवेट स्कूलों के शिक्षकों का‌ क्या कसुर है जो देश
कि अर्थब्यवस्था या विकास देने काबिल इंजीनियर डाक्टर सिपाही आदि समाज-सुधार बनाते हैं इस करोना वैश्विक महामारी से प्राइवेट स्कूलों के शिक्षकों कि अपने घरों के खर्च चलाने में काफी दिक्कत आ रही है अगर ऐसे ही रहा तों आत्महत्या करने पर मजबूर हो जायेंगे इन प्राइवेट स्कूलों के शिक्षकों के बिषय में भारत में केन्द्र सरकार और राज्य सरकार को गंभीरता से लेना चाहिए मेरा नीजि मानना है कि सरकार इस गंभीरता से विचार करे मेरा सरकार से हाथ जोड़कर विन्रम निवेदन है कि इस पर सरकार बिचार जरुर करे।करोना वैश्विक महामारी से प्राइवेट कम्पनियों में जो भी काम कर रहें थे काफी संख्या में हुए बेरोजगार प्राइवेट कम्पनियों में जो भी कार्यरत थे उनको लाकडाऊन में कम्पनियों में अपने ही कमर्चारियों को वेतन भी नहीं दिया और उन्हें कम्पनियों से निकाल भी दिया गया है अब उनकी स्थित बहुत ही दयनीय हो गई है न इनके पास पैसे हैं न ही नौकरी है इनके घर का खर्चा भी चलना अब संभव नहीं भारत सरकार से निवेदन है कि कम्पनियों से जितने कर्मचारियों को निकाल दिया गया था उसे फिर से काम पर बहाल किया जाय और उनके रोके गए वेतन को भी दिलाने में गरीब मजदूर की मददगार बने भारत सरकार इस पर विचार जरुर करे ।।
जय हिन्द जय भारत ।।