उत्तर प्रदेश (दैनिक कर्मभूमि) अम्बेडकर नगर।कोतवाली टाण्डा छेत्र के महुवारीय गांव के एक परिवार ने लखनऊ के एक हॉस्पिटल पर लगाया आरोप कहा कि हॉस्पिटल वालों ने ले लिया उनके बच्चे की जान। बच्चे की मौत से पूरा परिवार शोकाकुल है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार टाण्डा के महुवारीया गांव निवासी युवक विशाल वर्मा पुत्र मनीराम वर्मा bsc नर्सिंग का छात्र था। जो मिड लैंड हॉस्पिटल हेल्थ एंड रिसर्च केयर सेंटर महानगर लखनऊ में काम कर रहा था। कल शाम करीब 5 बजे उसकी तबीयत अचानक खराब हो गई।और युवक विशाल वर्मा को उसी हॉस्पिटल में एडमिट करा दिया गया लेकिन कोरोना बीमारी के शक में हास्पिटल ने उसका इलाज नहीं किया जिससे करीब 7 बजे उसकी मौत हो गई। इतना ही नहीं बिना कोरोना की जांच कराये हॉस्पिटल वालों ने आनन-फानन में जिला प्रशासन लखनऊ से दबाव डलवाकर जबरदस्ती मृतक को उनके पैतृक निवास स्थान महुवारिया टांडा अंबेडकरनगर भेजकर बीती रात महादेवा घाट टाण्डा में दफनवा दिया। इस घटना से पूरा परिवार स्तब्ध है।
ऐसे ही कई हॉस्पिटल जिला अम्बेडकर नगर में भी हैं जो कोरोना मरीजों का इलाज करते हैं और बाद में पता चलने पर मरीज को पहले घर भेजकर फिर तुरंत ही एम्बुलेंस भेजकर कोरोना पीड़ितों को पकड़वा लेते हैं और जिले के रमाबाई विद्यालय में भर्ती न करके दर्शन नगर भेज देते हैं। और उच्च पद पर रहते हुए उच्चाधिकारियों की मिलीभगत से मामले को छिपा लेते हैं।
पवन कुमार चौरसिया ब्यूरो चीफ अयोध्या।
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