उत्तर प्रदेश ( दैनिक कर्मभूमि ) पत्रकार प्रेस क्लब ने सीएम,डीजीपी एडीजी आईजी व एसपी को ट्वीट कर दी फर्जी कार्यवाई की जानकारी पत्रकार पर हुए फर्जी कार्रवाई पर सीओ लालगंज व थाना प्रभारी हलिया का बयान जुदा-जुदा मिर्जापुर। पुलिस अक्सर पत्रकारों को अपने निशाने पर रखती है, क्योंकि पत्रकार उनके भ्रष्ट करतूतों की कलई परत दर परत उजागर करते रहते हैं। पत्रकारों का शोषण और प्रताड़ना बंद कराने के लिए उच्च न्यायालय से लेकर मुख्यमंत्री और डीजीपी भी काफी संजीदा होकर तमाम आदेश निर्देश अपने मातहत अधिकारियों को देते रहते हैं। लेकिन उच्च न्यायालय के साथ सीएम व डीजीपी का निर्देश मातहत अधिकारियों के लिए न के बराबर होता है। ऐसा ही एक ज्वलंत उदाहरण मिर्जापुर जिले के हलिया थाना क्षेत्र के ख़ौदाईपुर गांव में गुरुवार की देर शाम देखने को मिला है। जहां एक दैनिक हिंदी समाचार पत्र के संवाददाता को हलिया थाना प्रभारी अमित सिंह ने पेशबंदी के तहत फर्जी तरीके से निर्दोष पत्रकार सत्यदेव द्विवेदी के खिलाफ 323 व 304 आईपीसी का मुकदमा पंजीकृत करके आनन-फानन में उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। बता दें कि गुरुवार की देर शाम लालमणि द्विवेदी के पुत्र अंजनी द्विवेदी व स्व.शेषमणि द्विवेदी के नाती प्रदीप दुबे के बीच जमीन संबंधी विवाद को लेकर मामूली मारपीट हुई थी। मारपीट के दौरान सत्येंद्र द्विवेदी के पुत्र गंगेश्वर द्विवेदी बीच बचाव करने के लिए मौके पर पहुंच गए थे। इसी दौरान प्रदीप द्विवेदी लाइसेंसी बंदूक लेकर विपक्षी को मारने के लिए दौड़ा लिए थे।बृद्ध महिला प्रभावती देवी अपने पक्ष के प्रदीप दुबे के हाथ से बंदूक छीनने के लिए दौड़ पड़ी। बंदूक के पकड़ने के दौरान झटका लगने से वह जमीन पर गिरी और हृदय गति रुकने से उसकी मौत हो गई। आरोप है कि हलिया थाना प्रभारी अमित सिंह पत्रकार सत्यदेव द्विवेदी से खबरों को लेकर के रंजिश रखते थे जिसके कारण उन्होंने लालमणि को उकसा कर तहरीर में सत्यदेव द्विवेदी व उनके दो लड़कों का नाम तहरीर में डलवाते हुए 323 व 304 आईपीसी का मुकदमा दर्ज करवा कर आनन-फानन में उन्हें गिरफ्तार कर शुक्रवार को जेल भेज दिया।
इस मामले में सीओ लालगंज ने पत्रकारों को बताया मैं खुद मैं घटनास्थल पर गया था।जांच दौरान पता चला था कि दो पक्षों में मामूली विवाद के दौरान महिला जमीन पर गिरी संभवत: हार्टअटैक से उसकी मौत हो गई। सीओ ने यह भी बताया कि मृतक महिला को न किसी ने पीटा था और न ही ट्रैक्टर से उसे धक्का लगा था। जमीन पर गिरने की वजह से उसके हाथ में खरोच आई थी।
वहीं थाना प्रभारी अमित सिंह ने पत्रकारों को बताया कि सत्यदेव सिंह खुद मारपीट के दौरान घटनास्थल पर उपस्थित थे और उन्होंने महिला की पिटाई किया जिससे उसकी मौत हो गई।
सीओ लालगंज भानु प्रताप व थाना प्रभारी हलिया की ऑडियो रिकॉर्डिंग भी एसपी मिर्जापुर को सौंप दी गई है। इस मामले में पत्रकारों ने मुख्यमंत्री,डीजीपी,एडीजी जोन वाराणसी,आईजी रेंज मिर्जापुर,एसपी मिर्जापुर, को ट्वीट करके संपूर्ण घटना की जानकारी देते हुए धन बल के प्रभाव में आकर हलिया थाना प्रभारी अमित सिंह द्वारा निर्दोष पत्रकार को फर्जी मुकदमे में जेल भेजे जाने के मामले में कठोर कार्रवाई की मांग करते हुए थाना प्रभारी के खिलाफ अपराधिक मुकदमा चलाने की मांग किया है।
महत्वपूर्ण बात तो यह है कि घटना के दौरान निर्दोष पत्रकार सत्यदेव द्विवेदी घटनास्थल से लगभग 5 किलोमीटर दूर अपनी मेडिकल की दुकान पर मौजूद रहे। इस बात की पुष्टि खुद हालिया पुलिस ने की है।
ब्यूरो चीफ विजय तिवारी सीतामढ़ी भदोही
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