उत्तर प्रदेश (दैनिक कर्मभूमि) नसीराबाद – थाना क्षेत्र के पूरे बाज मजरे संडहा में मट्टन नदी के किनारे कुछ लोग ताश के पत्ते खेल रहे थे जिसकी सूचना पुलिस को मिलने पर थाना नसीराबाद के उपनिरीक्षक पुरुषोत्तम दास मय हमराही के साथ दबिश देने पहुंचे पहुंचे । और ताश खेल रहे लोगों को दौड़ा लिया ।जिससे लोग पिटाई की डर से नदी में छलांग लगा दी । जहां एक व्यक्ति की नदी में डूबने से मौत हो गई । प्राप्त जानकारी के अनुसार छापेमारी के दौरान पुलिस ने ताश खेल रहे लोगों को चारों तरफ से घेर कर दौड़ा लिया जिससे लोग पुलिस की पिटाई से बचने के लिए नदी में छलांग लगा दी जहां छलांग लगाने वाले चारों व्यक्ति में से एक रमेश पुत्र शंकरलाल को तैरना नहीं आता था जिसके कारण वह डूबने लगा , तभी वह अपनी मदद के लिए पुलिस वालो से कहां कि मुझे तैरना नहीं आता मुझे बचा लो परंतु पुलिस उसकी मदद ना करके वहां से तीन लोगों को गिरफ्तार करके वहां से थाने चली आयी । जब घटना की जानकारी ग्रामीणों को मिली तभी ताबड़तोड़ सभी गांव वाले नदी के किनारे पहुंचे और युवक को ढूंढने लगे परंतु युवक का कुछ अता पता ना मिला तो लोग इसकी सूचना पुलिस थाने में दी लेकिन कई घंटों बाद भी पुलिस ना आने के बाद ग्रामीणों का आक्रोश सातवें आसमान पर था और लोगो ने चौराहे को जाम कर दिया। तभी नसीराबाद पुलिस द्वारा सर्किल पुलिस को सूचना दी गई जिसके बाद डीह, सलोन की पुलिस मौके पर पहुंची और रात में ही सीओ रामकिशोर सिंह नदी के किनारे पहुंचे और रोहित लोगों को समझाया कि रात काफी हो गई है उफनती नदी में कूदना ठीक नहीं है सुबह 4:00 बजे से ही युवक की खोजबीन शुरू कर दी जाएगी लखनऊ की टीम बुलाकर युवक की खोजबीन की जाएगी । तब जाकर लोग शांत हुए और सुबह होने का इंतजार करने लगे। जब सुबह हुई तो क्षेत्राधिकारी सलोन के नेतृत्व में थाना भदोखर, ऊंचाहार ,डीह, सलोन, नसीराबाद के थाना अध्यक्ष भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे तथा एक लॉरी पीएससी ,32 वी वाहिनी पीएसी लखनऊ का स्टीमर तथा छः गोताखोर भी बुलाए गए थे । प्रातकाल आठ बजे से ही स्टीमर और गोताखोरों ने खोजबीन शुरू की किंतु सफलता हाथ ना लगी तभी लगभग ग्यारह बजे जानकारी मिली कि पूरे भगवत थाना उदयपुर जिला प्रतापगढ़ मट्टन नाले से कुछ लोगो ने एक लाश निकली तो पुलिश ने ताबड़तोड़ पूरे भगवत पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया
पुलिस चाहती तो ना होती यह घटना
ग्रामीणों का कहना है कि दबिश देने गई पुलिस यदि चाहती तो नदी में डूब रहे रमेश को बचा सकती थी लेकिन वर्दी के नशे में चूर पुलिस ने इन्शानियत को भी भुला दिया । और डूब रहे रमेश की कोई मदद ना करके वहां से चली आयी ।
घटनास्थल पर पहुंचे एडिशनल एसपी
शव के मिलने की जानकारी पाकर एडिशनल एसपी नित्यानंद राय व एडीएम (एफआर) राम अभिलाष भी घटनास्थल पर पहुंचे और घटनास्थल का जायजा लिया और जांच करा कर कार्यवाही की बात कही ।
पिता की मौत पर बिलख रहे थे मासूम
मृतक रमेश के विवाह को लगभग 5 साल ही हुए थे मृतक रमेश की पत्नी अनीता व दो बच्चे बेटा रौनक (7)व बेटी चांदनी(2) का रो रो कर बुरा हाल है वहीं मृतक की बहन रो-रो कर पुलिस को ही कोश रहे थी कि पुलिस के ही कारण मेरे भाई की मौत हुई है । शव को देखते वक्त बहन ने रोते रोते पुलिस वालों से सिर्फ इतना ही कहा कि साहब फिर कभी किसी को इस तरह न दौड़ाना की उसकी मौत हो जाय और इतना कहने के बाद ही वह फूट फूट कर रोने लगी
परिजनों ने तहरीर देकर कार्यवाही की मांग
पत्नी अनीता ने तहरीर में उपनिरीक्षक पुरुषोत्तम, आरक्षी रघुनाथ सिंह, आरक्षी सहदेव और दो अन्य सिपाहियों को घटना का जिम्मेदार बताते हुए उनके विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है ।
रिपोर्ट :- सुरजीत राज सलोन रायबरेली
You must be logged in to post a comment.