दिल्ली (दैनिक कर्मभूमि):- जब से चीन ने सीमा पर विवाद खड़ा किया है तब से लगातार प्रत्येक स्तर पर चीन घिरा है।भारत ने कई चाइनीज ऐप पर बैन लगाकर जहा अरबों डॉलर का नुक़सान किया वहीं चीन में काम करने वाली कई दिग्गज कंपनियां चीन छोड़कर भारत आने की मंशा जाहिर कर चुकी है।
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार दिग्गज मोबाइल निर्माता कंपनी सैमसंग और एपल जैसी करीब दो दर्जन कंपनियां भारत में निवेश को लेकर रुचि दिखा रही हैं। इन कंपनियों की ओर से भारत में मोबाइल फोन फैक्टरी लगाने के लिए करीब 1.5 अरब डॉलर का निवेश किए जाने की उम्मीद है।
रिपोर्ट के अनुसार सैमसंग और एपल के अलावा फॉक्सकॉन, विस्ट्रॉन कॉर्प और पेगाट्रॉन जैसी कंपनियां भी शामिल हैं। अमेरिका और चीन के बीच व्यापार तनाव और कोविड-19 महामारी के प्रकोप के बीच ये कंपनियां सक्रिय रूप से अपनी आपूर्ति व्यवस्था में विविधता के लिए नई जगहों की तलाश कर रही हैं।
हालांकि केंद्र सरकार ने देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम भी उठाए है,लेकिन यही उपरोक्त कंपनियां देश में आकर व्यापार करती है तो आत्मनिर्भर भारत को बल मिलेगा ही साथ ही साथ देश में रोजगार भी पैदा होंगे।
रिपोर्ट :- संतोष शुक्ला
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