विद्यालयों के ऑपरेशन कायाकल्प का कार्य ग्राम पंचायतों में राज्य वित्त आयोग से कराए जाए- डीएम

उत्तर प्रदेश (दैनिक कर्मभूमि) चित्रकूट। जिलाधिकारी शेषमणि पांडेय की अध्यक्षता में ऑपरेशन कायाकल्प के अंतर्गत 14 पैरामीटर्स विद्यालयों के संतृप्तीकरण हेतु राज्य वित्त आयोग से कार्य कराए जाने के संबंध में बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई।

जिलाधिकारी ने जिला पंचायत राज अधिकारी से कहा कि जो शासन से निर्देश दिए गए हैं की विद्यालयों के ऑपरेशन कायाकल्प का कार्य ग्राम पंचायतों में राज्य वित्त आयोग से कराया जाए इसके साथ ही सामुदायिक शौचालय व पंचायत भवन का भी कायाकल्प कराया जाए इसमें मनरेगा कन्वर्जेंस में भी कार्यों को लिया जाए।खंड विकास अधिकारियों से कहा कि जो कार्य शेष रह गए हैं उन विद्यालयों के कार्यों को करा कर  पूर्ण करा दें।कहा कि जितने 14 पैरामीटर्स पर कार्य होना है उनमें समय सीमा निर्धारित कर विद्यालयों के कार्य कराए जाएं 15 दिन के अंदर यह सभी कार्य पूर्ण हो जाए इसका आप लोग विशेष ध्यान दें। मुख्य विकास अधिकारी अमित आसेरी ने कहा कि जिन विद्यालयों पर कार्य हुए हैं उसमें वर्गीकृत करते हुए देखें की कितना कार्य हुआ है और कितना शेष है उसी के अनुसार कार्य कराए जाएं। इस पर जिलाधिकारी ने कहा की साप्ताहिक बैठक में इसकी समीक्षा भी कराई जाए जो कार्य बेसिक शिक्षा विभाग करा रहा है उन विद्यालयों की सूचना खंड विकास अधिकारियों को दें ताकि डुप्लीकेसी न हो। उन्होंने अधिशासी अधिकारियों को निर्देश दिए की  15वां वित्त आयोग की धनराशि से नगर पालिका और नगर पंचायतों के अंतर्गत आने वाले विद्यालयों का ऑपरेशन कायाकल्प के कार्य कराए जाएं जिन विद्यालयों पर बाउंड्री वॉल के कार्य कराया जाना है उसमें अगर भूमि संबंधी विवाद है तो उसमें राजस्व विभाग के अधिकारियों से संपर्क कर निस्तारण कराया जाए। जिलाधिकारी ने पिरामल संस्था के लोगों को निर्देश दिए कि विद्यालयों का ऑपरेशन कायाकल्प जो किया गया है उसमें फोटोग्राफ्स के साथ प्रेजेंटेशन पांच मिनट का अवश्य बनाया जाए तथा जिन विद्यालयों पर जगह कम है उनकी सूची भी उपलब्ध कराएं । डी सी एन आर एल एम को निर्देश दिए कि जिन गौशालाओं पर स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा कार्य किया जा रहा है तथा और अन्य कार्य किए हैं उनकी फोटोग्राफ्स के साथ तथा इसी प्रकार पंचायत भवन, सामुदायिक शौचालय आदि जो अच्छे विकास कार्य कराए गए हैं उसकी भी पांच मिनट की प्रेजेंटेशन जिला पंचायत राज अधिकारी पीपीटी में दें। इसी प्रकार समस्त विभाग जो अच्छे कार्य कराएं हैं वह भी अपना प्रेजेंटेशन उपलब्ध कराएं। उन्होंने जिला पंचायत राज अधिकारी से यह भी कहा कि गांव में ग्राम प्रधान व सचिव की गबन आदि की काफी समस्याएं प्राप्त हो रही है निरंतर भ्रमण कर उनके खिलाफ कार्यवाही कराई जाए। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से कहा कि जिन विद्यालयों की छोटी मोटी कमियों की सूची पिरामल संस्था द्वारा उपलब्ध कराई गई है उसमें खंड शिक्षा अधिकारी व खंड विकास अधिकारी संयुक्त भ्रमण करके दूर कराएं उन्होंने कहा कि सभी खंड विकास अधिकारी प्रतिदिन पांच गांव का भ्रमण करके महत्वपूर्ण विकास कार्य जो गांव में संचालित है उनका निरीक्षण अवश्य कर अनुपालन सुनिश्चित कराएं तथा रिपोर्ट भी उपलब्ध कराई जाए जिला पंचायत राज अधिकारी से कहा कि ग्राम प्रधान, शिक्षकों, सचिव तथा संबंधित ग्राम के अधिकारी कर्मचारियों से वाररूम के माध्यम से फीडबैक अवश्य लिया जाए। जिलाधिकारी ने विद्यालयों के कायाकल्प के बिंदुओं में विद्युत, रैंप, रेलिंग, रंगाई पुताई, शुद्ध एवं सुरक्षित पेयजल, बालक बालिका स्वच्छ शौचालय एवं मूत्रालय, दिव्यांग शौचालय, हैंड वाशिंग, रसोईघर, कक्षा कक्ष की फर्श टाइलीकरण, श्यामपट्ट  आदि योजनाओं की समीक्षा की।

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी  अमित आसेरी, जिला विकास अधिकारी आरके त्रिपाठी, जिला पंचायत राज अधिकारी संजय कुमार पांडेय, डीसी एन आर एल एम राम उदरेज यादव, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रकाश सिंह, समस्त खंड विकास अधिकारी, समस्त खंड शिक्षा अधिकारी, सहायक विकास अधिकारी पंचायत, पिरामल संस्था के लोग मौजूद रहे।

ब्यूरो रिपोर्ट अश्वनी कुमार श्रीवास्तव चित्रकूट