रामनगरी का मास्टर प्लान सजाएंगी 25 कार्यदायी संस्थाएं

उत्तर प्रदेश (दैनिक कर्मभूमि) अयोध्या

अयोध्या। रामनगरी के मास्टर प्लान 2031 में नव्य अयोध्या, श्रीराम की 251 मीटर ऊंची प्रतिमा, एयरपोर्ट, रिवर फ्रंट, इंडस्ट्रियल कॉरिडोर समेत दर्जनों महत्वपूर्ण कार्यों के ब्लूप्रिंट बृहस्पतिवार को प्रस्तुत किए गये।
नगर नियोजन और अयोध्या विकास प्राधिकरण के समक्ष इसे सजाने के लिए 25 विभागों ने अपने-अपने प्रस्ताव दिए। तय हुआ कि नव्य अयोध्या के लिए अधिग्रहीत की जा रही कृषि भूमि को आवासीय में बदला जाएगा। इसके साथ ही नजूल की भूमि पर बने मेडिकल कॉलेज, पीएसी व सीआरपीएफ की प्रस्तावित छावनी समेत अन्य प्रस्तावित भवनों का खाका तैयार किया जाएगा।
अमृत योजना के तहत बन रहे मास्टर प्लान 2031 के लिए बृहस्पतिवार को अयोध्या विकास प्राधिकरण की देखरेख में सर्वे कंपनी एस्टेलाइट्स व टाउन प्लानर विभाग की बैठक हुई। इसमें शहर के विकास का कार्य कर रहे पर्यटन विभाग, पीडब्ल्यूडी, सिंचाई, नजूल, उड्डयन समेत 25 विभागों से अपने-अपने प्रोजेक्ट्स के प्रस्ताव मांगे गए। इसमें प्रमुख रूप से एयरपोर्ट की भूमि देने की बात कही गई है। साथ ही नजूल की भूमि पर हुुए विकास कार्यों में विशेषकर मेडिकल कॉलेज, पीएससी कैंप व अन्य महत्वपूर्ण भवनों के कार्यों को भी शामिल किए जाने का प्रस्ताव दिया गया।
इसके अलावा नव्य अयोध्या के प्रस्ताव पर भी चर्चा हुई। निर्णय लिया गया है कि अधिग्रहण के बाद मास्टर प्लान 2031 में नव्य अयोध्या व भगवान श्रीराम की मूर्ति लगने वाले स्थान को आवासीय इलाके के रूप में दर्ज किया जाएगा। बाद में भूमि पर विकसित होने वाले प्रोजेक्ट के अनुसार इसे व्यावसायिक में बदला जाएगा।
इसके साथ ही उड्डयन विभाग की ओर से एयरपोर्ट की भूमि को मास्टर प्लान में दर्ज करने का प्रस्ताव दिया गया। इसके अलावा सिंचाई विभाग ने गुप्तारघाट से नया घाट तक रिवर फ्रंट के साथ श्रीराम की मूर्ति व नव्य अयोध्या के लिए भूमि अधिग्रहण के बाद बांध को फोरलेन बनाने और रिवर फ्रंट विकसित करने संबंधी प्रोजेक्ट दिया है। उद्योग विभाग की ओर से इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के प्रोजेक्ट्स को शामिल किए जाने के प्रस्ताव पर भी चर्चा हुई है। इसको नए मास्टर प्लान में शामिल किया जाएगा।
बैठक की अध्यक्षता विकास प्राधिकरण के वीसी विशाल सिंह ने की। बैठक में डीएम के जन संपर्क अधिकारी, प्राधिकरण के सचिव व सिटी मजिस्ट्रेट सत्य प्रकाश, वित्त एवं लेखाधिकारी रवींद्र प्रताप सिंह, एडीएमएफआर गोरेलाल शुक्ल समेत पीडब्लयूडी, जल निगम, निर्माण निगम, पर्यटन, सिंचाई, नगर निगम समेत समस्त विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
मार्च तक लागू होगा नया मास्टर प्लान
मास्टर प्लान 2031 का सर्वे का काम पूरा हो चुका है। अब हैदराबाद में अलग-अलग सर्वे किए गए 1600 शीटों को एक साथ समाहित किया जा रहा है। बैठक में सभी विभागों की ओर से अपने-अपने विकास कार्यों का ब्यौरा एस्टेलाइट कंपनी को सौंप दिया गया है। टाउन प्लानिंग विभाग ने कुछ विकास कार्यों पर जांच रिपोर्ट मांगी है। इसके बाद समस्त विकास कार्य को नए मास्टर प्लान में जोड़ दिया जाएगा। प्रदेश सरकार से अनुमोदन के बाद नया मास्टर प्लान 2031 लागू किया जाएगा। पूरी प्रक्रिया मार्च तक पूरी होने की उम्मीद है।
अमृत योजना के तहत बन रहे रामनगरी के मास्टर प्लान 2031 के लिए समस्त विकास संबंधी विभागों के साथ बैठक की गई है। इसमें समस्त विभागों से उनके विकास कार्यों का डिटेल लिया गया है। यह सभी प्रोजेक्ट्स नए मास्टर प्लान में शामिल किए जाएंगे।

रिपोर्ट पवन कुमार चौरसिया ब्यूरो अयोध्या मंडल