समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर जौनपुर कलेक्ट्रेट में धरना प्रदर्शन किया गया

उत्तर प्रदेश (दैनिक कर्मभूमि) जौनपुर। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर गुरूवार को समाजवादी पार्टी के निवर्तमान जिलाध्यक्ष लाल बहादुर यादव के नेतृत्व में कलेक्टेªट परिसर में धरना-प्रदर्शन किया गया। इस मौके पर सपाइयों की बेकाबू भीड़ को देखते हुये जिला व पुलिस प्रशासन के हाथ-पांव फूल गये। स्थिति यही रही कि पुलिस द्वारा सपाइयों को रोकने का पूरा प्रयास किया गया लेकिन विफल नजर आये। अंततः धरनास्थल पर पहुंचकर सपाइयों ने अपनी आवाज बुलंद किया। साथ ही जिलाधिकारी के प्रतिनिधि के रूप में मौजूद सिटी मजिस्टेªट सुरेन्द्र नाथ मिश्र को ज्ञापन सौंपा। हालांकि इस दौरान सपाइयों व पुलिसकर्मियों से तीखी नोक-झोंक भी देखने को मिली। इस मौके पर पूर्व मंत्री पारसनाथ यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में इस समय अराजकता की स्थिति यह है कि किसान, मजदूर, व्यापारी, छात्र, महिलाएं, अल्पसंख्यक सभी वर्ग दहशत एवं आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। बेरोजगारी, महंगाई, बालिकाओं के साथ दुष्कर्म व हत्याएं, महिला उत्पीड़न चरम पर है। व्यापारियों, मजदूरों, छात्रों का जीवन संकट में है। नागरिक संशोधन विधेयक से समाज को बांटने का खतरा बढ़ गया है। पूर्व सांसद तूफानी सरोज ने कहा कि भाजपा ने वादा किया था कि किसानों की आय दुगुनी की जायेगी तथा उनके फसलों का मूल्या लागत से डेढ़ गुना अधिक दिया जायेगा लेकिन उनके लागत का मूल्य भी नहीं दिया जा रहा है। जिला पंचायत अध्यक्ष राज बहादुर यादव ने कहा कि धान क्रय केन्द्र सक्रिय नहीं है। बोरों की उपलब्धता नहीं है। धान उत्पादन की लूट प्रशासन की मिलीभगत से बिचौलिये द्वारा की जा रही है। आलू उत्पादक किसानों के साथ भाजपा सरकार ने अनर्थ किया है। अध्यक्षता करते हुये जिलाध्यक्ष श्री यादव ने कहा कि करोड़ों शिक्षित नौजवान रोजी-रोटी के अभाव में मारे-मारे घूम रहे हैं। गलत आर्थिक नीतियों के चलते महंगाई की मार से जनसामान्य त्रस्त हो गये हैं। खाद्यान्न, ईंधन, परिवहन आदि के दाम आसमान छू रहे हैं। प्याज-लहसून जैसे रोजमर्रा की उपयोगी वस्तुएं 100-200 रूपये प्रति किलो में बिक रहे हैं। महिलाओं-बच्चों के साथ यौन उत्पीड़न एवं उनकी हत्याओं की घटनाएं बेहताशा बढ़ गयी हैं। प्रदेश में कानून का नहीं, बल्कि माफियाराज है। भाजपा सरकार ने संशोधन विधेयक बिल लाकर समाज को बांटने का काम किया है। इस बिल से समाज में तनाव एवं आक्रोश व्याप्त हो गया है। यह केन्द्र सरकार की भ्रमित करने की राजनीति का एक हिस्सा है, ताकि जनता का ध्यान मूल मुद्दों एवं आर्थिक मंदी से भटकाया जा सके। इस अवसर पर पूर्व एमएलसी लल्लन प्रसाद यादव, पूर्व मंत्री श्रीराम यादव, पूर्व विधायक अफजाल अहमद, उमाशंकर यादव, पूर्व विधायक श्रद्धा यादव, डा. केपी यादव, जगदीश नारायण राय, शकील अहमद, निवर्तमान जिला प्रवक्ता राहुल त्रिपाठी, सोचन राम विश्वकर्मा, श्याम बहादुर पाल, श्रवण जायसवाल, डा. लक्ष्मी कांत यादव, अमित यादव, अलमास सिद्दीकी, राजेश यादव, रूखसार अहमद, प्रभाकर मौर्य, शिवजीत यादव, आशीष यादव, पप्पू रघुवंशी, पूनम मौर्या, रामधारी पाल, सुरेश यादव, शिवसन्त यादव, गजराज यादव, अनवारूल हक, श्याम नारायण बिन्द, राजन यादव, मनोज मौर्य, समर बहादुर यादव, सरफराज खां, नागेन्द्र यादव, राकेश पटेल, दीपक गोस्वामी आदि उपस्थित रहे। संचालन निवर्तमान महासचिव हिसामुद्दीन शाह ने किया।

रिपोर्ट ‌अभिषेक शुक्ला जौनपुर