बच्चों  को टीबी से बचाव के लिए दी जा रही आईएनएच टैबलेट

उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय (दैनिक कर्मभूमि) चित्रकूट, 9 फरवरी लॉकडाउन के बाद से एक बार फिर टीबी खोजी अभियान ने गति पकड़ी और घर घर जाकर टीबी रोगियों की खोज करने लगे। इस खोज में मऊ ब्लॉक के बरगढ़ क्षेत्र में टीबी के सर्वाधिक मरीज मिले हैं। वही कर्वी ब्लॉक के भरतकूप में टीबी के मरीजों में कमी दर्ज की गयी।

जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. नरेंद्र कुमार कुरैचया ने बताया कि बरगढ़ आदिवासी इलाका है। यहाँ आदिवासी सिलका रेत को भरने का काम करते हैं। सिलका डस्ट के कारण उन्हें पहले सिलिकोसिस (फेफड़ा संबंधी रोग) बीमारी होती है। समय पर सही तरीक़े से इसका इलाज न लेने पर फेफड़े में इंफेक्शन के कारण वह टीबी का रूप ले लेती है। इस कारण वहां पर टीबी के मरीज ज्यादा मिल रहे हैं। अक्टूबर 2020 से दिसंबर 2020 के दौरान सर्वे में यहाँ सबसे ज्यादा 10 नए मरीज मिले। जबकि इतने मरीज अन्य किसी क्षेत्र से नहीं मिले।विभाग इस क्षेत्र में मरीजों की पहचान के लिए आशा  कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर ट्रैकिंग करा रहा है।

टीबी के मरीज मिलने पर कोरोना कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग की तर्ज पर क्षय रोगी के संपर्क में आने वाले सभी लोगों के बलगम की जांच कराई जा रही है। टीबी से ग्रसित लोगों के बच्चों को यह बीमारी न लगे इसके लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। छह साल से छोटे बच्चों  को आईएनएच टेबलेट दी जा रही है। साथ ही टीबी मरीजों को उचित परामर्श के साथ नियमित दवा खाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है|
भरतकूप में टीबी के मरीजों की दर्ज की गयी कमी

क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि भरतकूप क्षेत्र में अब टीबी के सबसे कम मरीज रह गए हैं। इस क्षेत्र में इधर इक्का-दुक्का ही नए मरीज मिल रहे हैं। पुराने एमडीआर के मरीज हैं उन्हें अच्छे तरीके से परामर्श के साथ नियमित दवा खाने के लिए प्रेरित किया जा रहा। पिछले तीन सालों से भरतकूप क्षेत्र में फोकस रहा है। यही वजह है कि अब यह क्षेत्र असंवेदनशील श्रेणी में आ चुका है। टीबी मरीजों को निक्षय पोषण योजना के तहत ₹500 प्रति माह की दर से खान-पान में सुधार के लिए उनके खाते में भेजे जा रहे हैं।

ऐसे करें बचाव
जिला क्षय रोग अधिकारी ने सलाह दी कि सिलका रेत को भरते समय मुह और नाक को मास्क से ढक कर रखें। मुह और नाक को ढकने के लिए गमछा भी बांध सकते हैं।
आंकड़ों पर एक नजर- (एक अक्टूबर से 31 दिसबर 2020)
टीबी यूनिट नेम –   मरीज
कर्वी       – 145- मानिकपुर   – 76- मऊ    –  42-पहाड़ी   – 23
रामनगर   – 15

*ब्यूरो रिपोर्ट* अश्विनी कुमार श्रीवास्तव
*जनपद* चित्रकूट