उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय (दैनिक कर्मभूमि) लखनऊ,13 फरवरी 2021 वैसे तो पूरे शहर की सड़को को अतिक्रमण से मुक्त कराने के लिए पुलिस के आला अफसर लगातार खुद सड़क पर उतर कर अतिक्रमण विरोधी अभियान चला रहे है लेकिन पुराने लखनऊ के चौक थाना क्षेत्र अन्तर्गत अतिक्रमणकारियो पर इस अभियान का कोई असर होता नजर नही आ रहा है। चौक थाना क्षेत्र अन्तर्गत नख्खास, बिल्लौचपुरा चौराहा, बजाजा, कमला नेहरू क्रासिंग, चौक चौराहा और अक्बरीगेट के पास अतिक्रमणकारी पूरी तरह से बेलगाम है। सरकारी सड़को को अपने रोजगार के लिए इस्तेमाल कर सड़क पर चलने वाली जनता के लिए मुसीबत का सबब बनने वाले इन बेलगाम अतिक्रमणकारियो के खिलाफ चौक पुलिस की कार्यवाही महज चालान तक ही सीमित होकर रह जाती है। अति व्यस्त माना जाने वाला नख्खास तिराहा बेलगाम ई रिक्श चालको की गिरफ्त मे रहता है रही सही कसर सड़क पर ठेला खुमचा और दुकाने लगाने वाले अतिक्रमणकारी पूरी कर देते है लेकिन इस सब के बावजूद नख्खास चौकी इन्चार्ज चौकी मे बैठ कर आराम फरमाते हुए देख जाते है। पुराने लखनऊ मे स्थित नख्खास तिराहे से आगे अक्बरगेट और पाटा नाला पुलिस चौकी तक प्रत्येक रविवार को साप्ताहिक बाजार भी सजती है। बाजार मे लगने वाली साप्ताहिक दुकाने तो रविवार के दिन की यातायात व्यवस्था को ध्वस्त करके ही रख देती है हालाकि कमला नेहरू क्रासिंग से लेकर नख्ख्खास तिराहे तक सड़क की चौड़ाई तो पर्याप्त है लेकिन आधी से ज्यादा सड़क पर अतिक्रमणकारी दुकानदारो का कब्जा रहता है बची खुची सड़क पर ई रिक्शा चालक बेतरतीब तरीके से अपने ई रिक्शा को खड़ा कर सवारियां भरते है। नख्खास तिराहे पर जब कभी काफी देर तक लम्बा यातायात जाम लग जाता है तब जाकर नख्खास चौकी इन्चार्ज की नींद खुलती है और वो अपने हमराह पुलिस कर्मियो के साथ मिल कर जाम का सबब बनने वाले ई रिक्शा की छतो पर डन्डे बरसा कर उन्हे खदेड़ कर अपनी मुस्तैदी का परिचय देने का प्रयास करते है।
अतिक्रमण के अलावा निर्माणाधीन पुल के झाम से भी होती है जनता परेशान
पुराना हैदरगंज तिराहे से नीबू पार्क तक करीब दो वर्षो से यातायात को सुगम बनाने के लिए बनाए जा रहे ओवर ब्रिज का निर्माण भी लोगो को दो वर्षो से रेशान कर रहा है। हालाकि पुल का निर्माण नीचे की ओर लगभग पूर्ण हो चुहा है लेकिन सेतु निगम की लापरवाही से पुल के नीचे की सड़क को अभी तक जनता के चलने के लिए गढढा मुक्त नही किया गया है। एक तो गढढा युक्त कष्टदायी खराब खतरनाक सड़क दूसरे अतिक्रमण की वजह से हुई सकरी सड़क पर बेलगाम ई रिक्शा चालको का झुन्ड लोगो की मुसीबत का सबब बना हुआ है। गढढा युक्त खराब सड़क पर आए दिन होने वाली दुर्घटनाओ मे लोग चोटिल भी होते है लेकिन सेतु निगम के कान पर जूं नही रेग रही है।
उप मुख्यमंत्री के आगमन के समय मुस्तैद रहती है चौक पुलिस
प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डाक्टर दिनेश शर्मा का ऐशबाग मे निवास होने के कारण उनका आगमन चौक नख्खास के रास्ते से अक्सर होता रहता है । जो सड़क अतिक्रमणकारियो और बेलगाम ई रिक्शा चालको के चंगुल मे फंस कर जाम का सबब बनी रहती है उस सड़क को उपमुख्यमंत्री के आगमन के समय पुलिस मुस्तैदी का परिचय देते हुए ऐसे साफ कराती है जैसे इस सड़क पर न तो कोई अतिक्रमण हुआ हो और न ही जाम की कोई समस्या हो । उपमुख्यमंत्री के काफिले के आगमन और प्रस्थान के समय सुचारू रूप से सड़क पर चलने वाला यातायात उनके आगमन और प्रस्थान के बाद दोबारा विकराल रूप धारण कर लेता है।
नख्खास पुलिस चौकी के आसपास और सामने भी है अतिक्रमण
अधिकारियों और उपमुयमंत्री के आगमन के समय सर पर कैप हाथ मे डंडा लेकर नख्खास तिराहे पर मुस्तैद नजर आने वाले नख्खास चौकी इन्चार्ज की नख्खास पुलिस चौकी के आसपास और यहां तक पुलिस चौकी के सामने भी अतिक्रमणकारी काबिज है। ये अतिक्रमण सिर्फ उपमुख्यमंत्री और अधिकारियो की आमद के समय कुछ हद तक साफ नजर आता है लेकिन अधिकारियों और उपमुख्यमंत्री की नजर में अमिक्रमण हटाने के लिए अपने आपको मुस्तैद कहने वाले नख्खास चौकी इन्चार्ज को चौकी के आसपास सड़क पर किया गया अतिक्रमण शायद नजर नही आता है।
अतिक्रमण के पीछे नजराने का खेल
तुलसीदास मार्ग का इस्तेमाल हजारो लोग रोज ही अपनी मंजिलो तक पहुॅचने के लिए करते है लेकिन जाम की झाम मे फंस कर इस सड़क से गुजरने वालो को अपनी मंजिलो तक पहुॅचने के लिए जाम और खराब सड़क का जो दुख झेलना पड़ता है ये यही वही लोग बेहतर जानते है जो इस सड़क से गुजरने के लिए मजबूर है। सूत्रो के अनुसार नख्खास और आसपास सड़क पर दुकाने लगा कर अतिक्रमण करने वाले लोग मुफ्त मे सड़क जाम नही करते है इसके लिए सड़क पर दुकाने लगाने वाले दुकानदार बाकायदा रिश्वत का नजराना भी पेश करते है। सूत्र बताते है कि क्षेत्र के कुछ दबंग और कददावर लोग सड़क पर अतिक्रमण करने वालो से वसूली करते है दबंगो द्वारा अतिक्रमणकारियों से ये वसूली करके कहा पहुॅचाते है इसका अन्दाजा पुलिस की खामोशी से और अतिक्रमण करने वालो के प्रति नरम रूख से लगाया जा सकता है।
नख्खास की बाजार मे रहता है चोर उच्चको का बोलबाला
नख्खस मे प्रत्येक रविर को लगने वाली साप्ताहिक बाजार मे चोर उच्चको का बोल बाला रहता है यायद ही कोई ऐसा रविर ऐसा गुजरता हो जब बाजार मे खरीदारी करने वाले किसी ग्राहक की जेब न कटे मोबाईल चोरी न हो। नख्खास की साप्ताहिक बाजार मे लगभग प्रत्येक रविर को भीड़भाड़ का फायदा उठा कर चोर उच्चके महिलाओ के पर्स व मोबाईल पर हाथ साफ करते रहते है। हालाकि नख्खास की ऐतिहासिक बाजार में आने वाले गांहको का सामान चोरी होने की खबरे आम है लेकिन पुलिस ने अब तक ऐसी कोई रणनिति तैयार नही की है जिससे बाजार मे चोरी की घटनाओ पर पूरी तरह से लगाम लगाई जा सके।
रिपोर्टर सिद्धार्थ त्रिवेदी रायबरेली
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