उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय (दैनिक कर्मभूमि) लखनऊ,04 मार्च 2021 लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस के द्वारा बुद्धवार की रात चलाए गए दो घंण्टे के विशेष चेकिंग अभियान मे पूरे शहर मे करीब दो सौ स्थानो पर पुलिस ने बैरियर लगा कर सख्त चेकिग अभियान चलाया गया। विशेष चेकिंग अभियान के तहत लखनऊ पश्चिम क्षेत्र मे कुल 33 स्थानो पर संघन चेकिंग अभियान चलाया गया। कानून व्यवस्था, दुर्घटनाओ की रोकथाम और अपराध की रोकथाम के लिए चलाए गए विशेष चेकिंग अभियान की निगरानी खुद संयुक्त पुलिस आयुक्त नवीन अरोड़ा कर रहे थे लेकिन ज्वाईन्ट पुलिस कमिश्नर की निगरानी मे चलाए गए विशेष चेकिंग अभियान मे उनकी मौजूदगी मे उनके एक मातहत ने ही नियम की धज्जियां उड़ाई। पूरे शहर में चल रहे विशेश चेकिंग अभियान पर श्री0 अरोड़ा की नजर थी लेकिन उनके साथ बाजार खाला थाना क्षेत्र के मिल एरिया पुलिस चौकी के पास चेकिग अभियान मे मौजूद उपनिरीक्षक आशीश पाडेण्य पर शायद उनकी नजर नही पड़ी। चेंकिंग अभियान के दौरान उपनिरीक्षक बिना हेलमेट बिना मास्क के मोटर साईकिल चलाने वालो की फोटो खीच कर चालान कर रहे थे लेकिन उन्होने खुद नियम की धज्जिया उड़ाते हुए मास्क लगाने की जहमत नही की और बिना मास्क लगाए ही वो मास्क न लगाने वालो की फोटो खींच कर उनका चालान करते रहे। चेकिंग अभियान के दौरान मीडिया कर्मी द्वारा खीची गई फोटो में साफ नजर आ रहा है कि दरोगा आशीश पाडेण्य ज्वाईन्ट पुलिस कमिश्नर नवीन अरोड़ा के बिलकुल बराबर मे बिना मास्क लगाए ही खड़े होकर उन्हे मोबाईल पर कुछ दिखा रहे है जब्कि ज्वाईन्ट पुलिस कमिश्नर द्वारा नियमो का पालन करते हुए मास्क पहना गया था लेकिन यहां तआज्जुब की बात यही है कि मास्क की चेकिंग करने वाला दरोगा खुद बिना मास्क के चेकिग करता रहा और चेकिग के दौरान दरोगा ज्वाईन्ट पुलिस कमिश्नर को बिना मास्क लगाए उनके करीब जाकर जानकारी भी देता रहा लेकिन ज्वाईन्ट पुलिस कमिश्नर का ध्यान नियम का उलंघन करने वाले दरोगा जी की तरफ नही गया। बुद्धवार को पूरे शहर मे जेसीपी नवीन अरोड़ा की देख रेख मे चलाए गए विशेष चेकिंग अभियान मे कुल 4 हजार 2 संदिग्ध नजर आने वालो को चेक किया गया चेंकिग के दौरान बिना हेलमेट के मोटर साईकिल चलाने वाले 681 लोगो के चालान किए गए जबकि मोटर साईकिल पर तीन सवारी चलने वाले 242 लोगो के चालान किए गए विशेष चेंकिग अभियान के दौरान बिना मास्क लगाए मोटर साईकिल चलाने वाले 49 लोगो के चालान किए गए। कमिश्नरेट के वरिष्ठतम अधिकारियो मे से एक संयुक्त पुलिस कमिश्नर नवीन अरोड़ा की मौजूदगी मे उनके बिलकुल करीब बिना मास्क के खड़े दरोगा पर उनकी नजर न पड़ना भी अपने आप मे अजीब इत्तेफाक है । क्यूकि अगर चेकिग अभियान मास्क की चेकिंग का नही भी था फिर भी मास्क न लगाने वाले 49 लोगो के चालान किए गए और क्ंयूकि मास्क न लगाने वालो पर अभी भी जुर्माने का नियम लागू है और चेंकिग अभियान की निगरानी कर रहे वरिष्ठ अधिकारी खुद मास्क लगा कर अभियान मे मौजूद रहे बावजूद इसके एक दरोगा द्वारा कोविड गाईड लाईन का खुलेआम उलंघन कर बिना मास्क के ही चेकिग करना और चेकिंग की जानका अपने अधिकारी के करीब जाकर उन्हे देना अपने आप मे एक बड़ा सवाल है। यहा दरोगा कि इस मनमर्जी को देख कर तो ये कहना शायद गलत नही होगा कि जनता को नसीहत और खुद की फजीहत। कोरोना अभी गया नही है और कोरोना की रोकथाम के लिए दो गज की दूरी मास्क है जरूरी। मास्क और दो गज की दूरी इन्सानो को बनाना है और इन्सानो मे सभी इन्सान एक समान है चाहे वो पत्रकार हो पुलिस कर्मी हो वकील हो डॉक्टर हो राजनितिज्ञ हो या आम इन्सान हो एक व्यक्ति की भी लापरवाही अनेक लोगो पर भारी पड़ सकती है ये मास्क न लगाने वाले उस दरोगा को भी सोंचना चाहिहए जो बिना मास्क लगाए अपने उस वरिष्ठ अधिकारी के पास बिना मास्क के खड़ा होकर उनसे बात कर रहा था जो खुद नियम का पालन करते हुए मास्क लगाए थे।
रिपोर्टर सिद्धार्थ त्रिवेदी रायबरेली
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