उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय (दैनिक कर्मभूमि) लखनऊ,11 मार्च 2021 उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित समाजसेविका और आरटीआई एक्टिविस्ट उर्वशी शर्मा ने इंडो एशियन न्यूज एजेंसी (आईएनएस) नाम की न्यूज एजेंसी और टाइम्स ऑफ इंडिया नाम के समाचार पत्र पर पीत पत्रकारिता में लिप्त होकर यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के समधी और पूर्व सूचना आयुक्त अरविन्द सिंह बिष्ट से पैसा खाकर अरविन्द के पक्ष में और उर्वशी की सामाजिक छवि को नकारात्मक बनाने के लिए झूंठी बातें लिखते हुए पेड न्यूज करने का आरोप लगाया है और मामले की शिकायत प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया पंहुचा दी है। दरअसल मामला मुलायम समधी अरविन्द सिंह बिष्ट के भ्रष्टाचार के सम्बन्ध में एक्टिविस्ट उर्वशी द्वारा यूपी के लोकायुक्त को साल 2019 में दी गई एक शिकायत से जुड़ा है. उर्वशी ने आरोप लगाया है कि बीती 31 जनवरी को एक खबर में इंडो एशियन न्यूज एजेंसी (आईएनएस) और टाइम्स ऑफ इंडिया ने बिना किसी प्रमाण के यह झूंठी बात अपनी खबर में लिखी कि लोकायुक्त उत्तर प्रदेश ने उर्वशी द्वारा अरविन्द सिंह बिष्ट के भ्रष्टाचार के सम्बन्ध में दर्ज कराई गई शिकायत को खारिज कर दिया और उर्वशी द्वारा जमा की गई 2000- की प्रतिभूति राशि को जप्त कर लिया। अपने आरोप के प्रमाण के रूप में उर्वशी ने अपने द्वारा लोक आयुक्त उत्तर प्रदेश के कार्यालय में बीती 2 फरवरी को दायर की गई आरटीआई और इस आरटीआई पर लोकायुक्त कार्यालय के जन सूचना अधिकारी द्वारा दिए बीती 22 फरवरी को दिए गए उत्तर की प्रतियाँ भी शिकायत के साथ भेजी हैं. लोकायुक्त कार्यालय के जन सूचना अधिकारी द्वारा दिए गए उत्तर में यह साफ-साफ लिखा है है कि उर्वशी द्वारा बिष्ट के भ्रष्टाचार के सम्बन्ध में लोकायुक्त उत्तर प्रदेश में दर्ज कराई गई शिकायत पर अभी अन्वेषण प्रचलित है। उर्वशी का कहना है कि इंडो एशियन न्यूज एजेंसी (आईएनएस) और टाइम्स ऑफ इंडिया ने पत्रकारीय नैतिकता को ताक पर रखकर खुलेआम पीत पत्रकारिता में लिप्त होकर यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के समधी और पूर्व सूचना आयुक्त अरविन्द सिंह बिष्ट से पैसा लेकर बिष्ट की कही हुई झूंठी बातों को बिना किसी प्रमाण के सीधे-सीधे खबर में छापा और पत्रकारिता के मानक प्रोसीजर के अनुसार न तो लोकायुक्त उत्तर प्रदेश से तथ्यों की पुष्टि ही की और न ही खबर में उनका पक्ष लेकर अपनी खबर में छापा उर्वशी ने प्रेस काउन्सिल ऑफ इंडिया से इस मामले में गहनता से जांच कराकर इंडो एशियन न्यूज एजेंसी (आईएनएस) और टाइम्स ऑफ इंडिया के खिलाफ अग्रेत्तर यथेष्ट दंडात्मक कार्यवाही कराये जाने की मांग की है।
रिपोर्टर सिद्धार्थ त्रिवेदी रायबरेली
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