आरोपी से सुलह ना करने पर बरगढ़ पुलिस ने पत्रकार सहित परिवार जन पर दर्ज किया फर्जी मुकदमा

उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय (दैनिक कर्मभूमि) चित्रकूट।बरगढ़ थाने में 1 वर्ष से तैनात इंस्पेक्टर बोलने में जितना धीमे है उतना ही लाभ के अवसर तलाशने में हर हथकंडे अपनाने में तेज है इस समय अन्य स्रोतों से आय में कमी के चलते फर्जी मुकदमे व दबाव बनाकर सुलह कराने ,अवैध शराब की कालाबाजारी, अवैध खनन, ओवरलोडिंग परिवहन ,अवैध वसूली, कोरोना गाइड लाइन के उल्लंघन पर प्राइवेट जुर्माना बरगढ़ पुलिस के आय का जरिया बना है। मास्क व मोटरसाइकिल की चेकिंग पर सुविधा शुल्क लेना तो आम बात हो गई है ऐसे चर्चा चौराहे गलियों व मोहल्लों में आम होती जा रही है ,जन चर्चा तो यहां तक है कि बरगढ़ पुलिस रात्रिकालीन गश्त के समय सड़कों पर अवैध ट्रकों व मध्य प्रदेश निर्मित शराब की भी निकासी कराती है पर ठोस प्रमाण ना होने से पुलिस की शिकायत नहीं हो पाती पत्रकार जब ऐसी चर्चाओं को समाचार पत्र के माध्यम से उजागर करता है तो रिपोर्टर की जनपद में यही दशा होती है जो आज दैनिक जागरण के रिपोर्टर के साथ हो रही है ,बताते हैं कि शुक्रवार की सुबह रिपोर्टर रोज की तरह अपने पेपर को लेने बरगढ़ मोड चौराहे पर 8:00 बजे सुबह खड़ा था तभी घर से फोन आया कि पड़ोसियों द्वारा उसके भाई व पिता पर कहासुनी के चलते हमला हो गया सभी लहूलुहान पड़े हैं ,तब

रिपोर्टर जावेद पांडे ने वहीं से 112 डायल कर घर पहुंचा तथा परिजन को गाड़ी में लादकर 112 डायल की पुलिस मऊ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गई, इसकी सूचना प्रभारी इंस्पेक्टर को भी दूरभाष पर दिया, इलाज के बाद वापस थाने आया तो वहां पहले से ही पुलिस के बीच बैठे आरोपी मुकदमा ना लिखवाने हेतु दबाव बनाने लगे पुलिस ने कई बार प्रार्थना पत्र पर आपत्ति दर्ज कर सुला कर लेने हेतु दबाव बनाया चोटिल परिजन के ना मानने पर पहले से ही सांठगांठ कर बैठे आरोपियों की तरफ से पत्रकार सहित पूरे परिवार के खिलाफ फर्जी मनगढ़ंत आरोप लगाते हुए मुकदमा पंजीकृत कर दिया गया जबकि 8:30 बजे डायल 112 से इलाज करा कर लाई थी फिर भी उन सब के खिलाफ धारा 354, 147 ,323, 504, 506, का मुकदमा पुलिस की बात ना मानने की एवज में लिख दिया गया तथा चुटहिल की तरफ से धारा 452, 323, 504, 506, का मुकदमा लिखा गया है मारपीट व कहासुनी की घटना को मनगढ़ंत छेड़छाड़ में लिखकर पुलिस ने अपनी संलिप्तता को दिखा दिया ऐसी दशा में ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के प्रदेश सचिव ने पुलिस अधीक्षक चित्रकूट का ध्यान आकृष्ट कराते हुए पुलिस की कार्यशैली में सुधार व उच्च स्तरीय जांच पर फर्जी मुकदमे को वापस कराने तथा दोषियों को दंडित कराने की मांग की है
जहां उत्तर प्रदेश शासन द्वारा पत्रकार तथा उनके परिवारजनों के उत्पीड़न के मामले में जांच उपरांत ही किसी प्रकार का मामला दर्ज किया जाना आदेशित किया जाना कहां जा रहा है वहां पर शासन की मंशा के विपरीत प्रभारी निरीक्षक थाना बरगढ़ पत्रकार के विरुद्ध फर्जी
मामला बिना किसी प्रकार की जांच किए चरित्र हनन की दृष्टि से कर रहे हैं। साथ ही पत्रकार के परिवार का उत्पीड़न गलत ढंग से किया जा रहा है।

*ब्यूरो रिपोर्ट* अश्विनी कुमार श्रीवास्तव
*जनपद* चित्रकूट