विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान ने जोर-शोर से मनाई वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप जयंती

राजस्थान राष्ट्रीय (दैनिक कर्मभूमि) छीपाबड़ौद उपखंड एवं तहसील मुख्यालय स्थित कस्बा क्षेत्र में संचालित विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान द्वारा संचालित आदर्श विद्या मंदिर के उत्सव जयंती प्रमुख शानूप्रकाश चक्रधारी ने जानकारी देते हुए बताया कि आज विद्यालय में महाराणा प्रताप की जयंती बडे़ ही हर्षोल्लास के साथ आज प्रातः 7:30 बजे मनाई गई, प्रधानाचार्य हरिसिंह गोचर ने महाराणा प्रताप पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्रातः स्मरणीय महाराणा प्रताप की आज 481 वी जयंती हम मना रहे हैं, महाराणा प्रताप ने मध्यकालीन भारतीय इतिहास में जिस अलौकिक और असाधारण शौर्य अभिव्यक्ति कर भारत ही नहीं सम्पूर्ण विश्व में जो सम्मान और ख्याति अर्जित की वह असाधारण है, उनके शौर्य ने भारत के स्वतंत्रता सेनानियों को ही नहीं, अपितु अनेकों राष्ट्रो को भी स्वतंत्रता के युद्ध के लिए प्रेरित किया, वे सम्पूर्ण मानवता के लिए एक प्रेरणा पूंज बन गए, महाराणा प्रताप ने मेवाड़ को एक सुरक्षा प्राचीर में परिवर्तित कर मातृभूमि के गौरव की रक्षा की, मेवाड़ ने स्वतंत्रता के रक्षार्थ पर्वत शिखर की भांति अविचल खड़े रहकर निरन्तर आठ शताब्दियों तक आक्रान्ताओं को रोककर जिस अदम्य साहस का परिचय दिया, उससे मेवाड़ स्वतंत्रता का शिरमौर बन गया, विश्व में शायद ऐसा दूसरा उदाहरण खोजने पर भी नही मिलेगा, महाराणा प्रताप इस ओजस्वी व्यक्तित्व और उनके श्रेष्ठ शासक और उनके सार्वभौमिक अजेय रहने के कारण तो थे, महाराणा प्रताप के इस संग्राम में सफल बनाने में भीलो के सहयोग के साथ ही भामाशाह का सहयोग भी था | कार्यक्रम में धीरज नामा, अजय नागर, रामनिवास नागर आदि उपस्थित थे।

रिपोर्टर कुलदीप सिंह सिरोहीया बारां