राष्ट्रीय दैनिक कर्मभूमि अम्बेडकर नगर
स्थानीय तहसील के राजस्व विभाग का अजब गजब का कारनामा सामने आया है। तहसील के पैकोलिया ग्राम की विधवा महिला राजपति पत्नी स्वर्गीय राम प्रसाद के जिंदा रहते 12 मई 2015 में क्षेत्रीय लेखपाल ने मृतक दिखाकर उसकी आराजी गांव के अन्य लोगों के नाम वरासत कर दी थी। राजस्व अभिलेखों में छह वर्ष तक वह मृतक बनी रही। वरासत दर्ज होने पर महिला की आंखों में खुशी के आंसू आ गए।
टांडा के नए तहसीलदार वंशराज राम के सामने विधवा महिला राजपति अपने आधार कार्ड व मृतक अंकित खतौनी को लेकर जब पहुंची तो तहसीलदार को बड़ी हैरानी हुई। राजपति के प्रार्थना पत्र पर तहसीलदार ने राजस्व निरीक्षक गुलाब सिंह से जांच कराई। राजस्व निरीक्षक ने अपनी जांच में भी महिला के जीवित रहने का प्रमाण पाया। राजस्व अभिलेखों में उसकी आराजी क्षेत्रीय लेखपाल की ओर से 12 मई 2015 को गलत तरीके से वरासत आदेश के तहत उसकी आराजी गांव के दूसरे व्यक्तियों के नाम दर्ज पाई गई। राजस्व निरीक्षक की जांच आख्या में यह आदेश पूरी तरह से गलत व त्रुटिपूर्ण पाया गया। तहसीलदार ने राजपति के आवेदन पर दाखिल खारिज का मुकदमा पंजीकृत करते हुए गलत वरासत आदेश को स्थगित कर दिया। तहसीलदार बंशराज राम का कहना है कि इस बात की जांच अलग से की जाएगी कि इस लेखपाल ने मई 2015 में गलत तरीके से राजपति के जिंदा रहते उसकी आराजी को गांव के अन्य व्यक्तियों के नाम वरासत कैसे कर दी। तहसीलदार ने बताया कि जांच उपरांत संबंधित लेखपाल को दंडित भी किया जाएगा।
रिपोर्ट -अरविंद कुमार राष्ट्रीय दैनिक कर्मभूमि टाण्डा अम्बेडकर नगर
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