उत्तर प्रदेश ( राष्ट्रीय दैनिक कर्मभूमि)जौनपुर
भाई जैसा नाम वैसा काम ! अपने सांसद विधायक इत्यादि के नाम बड़े कमाल के होते है । अब सोनभद्र के सांसद पकौड़ी लाल कोल को ही ले लीजिए । ये नेता कम नौटंकी और पालतू ज्यादा लगते है , जनता को भी शर्म आती होगी इनकी ऐसी सांसदी देखकर । ये सवर्ण विरोध में बिल्कुल निर्लज्ज और मर्यादाहीन पकौड़ी बनकर रह गए जिन्हे अब कोई भी तल सकता है । मतलब अपने बिल के दबंग है तो कुछ भी बोल ले रहे पर जहां बिल से बाहर निकलेंगे जनता इन्हे रोड पर पेल देगी । वैसे भी वो एक डायलॉग याद आता है बॉलीवुड के एक फिल्म दबंग का ,कि ज्यादा बोलोगे तो शरीर में इतने छेद करेंगे कि ये सोच कर कंफ्यूज हो जाओगे की ……अब ये डायलॉग ऐसे ही बिगड़े बोल बोलने वालों के लिए मूवी में डाला गया है क्योंकि ऐसे अपने पड़ोस वाले पकौड़ी लाल सांसदी छोड़ पकौड़ी तलेंगे क्युकी बिल में चूहा भी शेर होता है । योगी आदित्यनाथ जी के सरकार में एक राज्यमंत्री ने कहा कि केवल 5% लोगों को ही डीजल पेट्रोल से वास्ता पड़ता है । धन्य है ऐसे महापुरुष जो कई सौ वर्षों के बाद एक बार ही अवतार लेते है और मूर्ख जनता इन्हे जाति के नमा पर वोट देकर सांसद विधायक और मंत्री बनवा देती है । जूते खाने का काम करते है ऐसे नेता जो जनता के लिए नमक हरामी करते है । उस महानतम मूर्ख जोकर सांसद और इन मंत्री को ये नहीं पता कि कितने घरों में सवर्ण है और उनकी क्या हैसियत है ,कितना ऊंचा रुतबा है , कितने घरों में बाइक स्कूटी हैं और कहीं भी कोई आये जाए तो ऑटो , टेक्सी , बस पानी हवा से नहीं पेट्रोल डीजल से ही चलते हैं। जो भी समान प्रयोग किया जाता है उसकी ढुलाई ऊंट और खच्चरगाड़ी से नहीं वल्कि उनको ढोने वाले ऑटो , मिनी या बड़े ट्रक सब डीजल से ही चलते हैं
सड़कों की लागत निकालने को टोल टैक्स देने वाहन तो टोल टैक्स के साथ साथ डीजल पर भी टैक्स देते हैं ।
योगी आदित्यनाथ जी के इस अद्भुत राज्य मंत्री और अनुप्रिया पटेल के पार्टी के बकलोल सांसद ने तो पूरा रायता फैला रखा है , उपेन्द्र तिवारी का कहना था कि मोदीजी ने प्रति व्यक्ति औसत आय 7 साल में दुगनी हो गयी है, हालांकि कागजों में ये आय दुगुनी नहीं ड्यौढ़ी है , पर उसको इस बात का अंदाजा नहीं कि उस औसत में केवल सामान्य जन की आय नहीं होती वल्कि तमाम खरब पती भी शामिल होते हैं। अरब और खरब पती कितने हैं जिनकी कि आय दस गुनी बीस गुनी हुई है इनमें रुपियों में देखी जाए तो 7 साल में मुकेश अम्बानी की साढ़ेसात गुनी और अडानी की 30 गुनी हो चुकी है,योगी जी ऐसे विदूषक मंत्रियों को आप झेलते कैसे है ! और माननीया अनुप्रिया पटेल जी ये पकौड़ी लाल का कुछ कीजिए क्युकी इनके अपना दल (एस) में रहते आपका भला तो होने से रहा । वैसे अपने नियमित कॉलम पड़ने वाले पाठकों को बता दे कि ये वही पकौड़ी है जो बीते कुछ दिन पूर्व विकास खंड के बबुरा रघुनाथ सिंह गांव के किरका बस्ती में सोमवार को हिम्मत कोल की तीसरी पुण्यतिथि थी पर भाषण देने पहुंचा था । इसी अवसर पर सोनभद्र के इस बकलोल सांसद ने कार्यक्रम में हिम्मत कोल को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद आदिवासी व कोल समाज की लड़ाई लड़ने के लिए अपना प्राण न्योछावर करने की खोखली बात कही क्योंकि इसे वोट चाहिए था । अपनी उपलब्धियों को गिनाते हुए इस बिगड़े मुंह वाले सांसद ने ब्राह्मण और ठाकुर बिरादरी पर हमले करते हुए अपशब्दों का इस्तेमाल करने लगा । इससे वहां मौजूद कुछ सवर्ण तबके के लोग भी अचंभित रह गए। मिर्जापुर के हलिया विधानसभा के बाबूरा रघुनाथ सिंह गांव में पकौड़ी लाल कोल ने उस कार्यक्रम के दौरान विशेष समुदाय (जाति) के लोगों को संबोधित कर करा था , इस दौरान उसने बताया कि संघर्ष करने से पीछे नहीं हटना चाहिए । उसने मंच से अपने 40 से 45 वर्ष पुराना राजनीतिक संघर्ष का जिक्र करते हुए बताया कि ‘वह एक वोट से चुनाव हार गए था , जिसके बाद लाठी डंडे से सवर्णों को पिटवाया । यही नहीं मामले को शांत करने के लिए पुलिस को कई राउंड गोलियां तक चलानी पड़ी । इसके बाद डरकर सवर्ण उन्हें निर्विरोध ब्लाक प्रमुख चुन लिया और तब से अब तक लगातार चुनाव जीतता और जितवाता आ रहे हां , इतनी बाते सुनकर इसपर आपराधिक मुकदमा क्यों दर्ज नहीं हुआ ? ये बेहद निराशाजनक है । इसकी बर्खास्तगी और जेल में बंद करके इसकी अच्छे से सुताई की जानी चाहिए ताकि लोकतंत्र में फिर कोई ऐसे पकौड़ी ना तले — पंकज कुमार मिश्रा एडिटोरियल कॉलमिस्ट शिक्षक एवं पत्रकार केराकत जौनपुर ।
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