राजस्थान राष्ट्रीय (दैनिक कर्मभूमि) छीपाबड़ौद उपखंड एवं तहसील मुख्यालय समेत ग्रामीण इलाकों में सर्दी का सितम इन दिनों जोरों पर है। हालांकि इस दौरान किसान योगेन्द्र सिंह राजावत नवल किशोर वैष्णव पृथ्वी पाल सिंह सिरोहीया गोविंद लाल चंदेल नन्दसिंह भाठी समेत कई अन्य ग्रामीण इलाकों के लोगों ने जानकारी देते हुए बताया गया है कि इन दिनों जोरों से पड़ रही सर्दी और रात्रि के समय होने वाली गलन ठंड और धुंध में सुबह सुबह दुपहिया एवं चौपहिया वाहनों समेत सभी अन्य वाहनों के पहिए थम जाते हैं। तो वहीं दूसरी ओर सर्दी का सितम इन दिनों किसानों के खेतों में हरे पीले रंग से ओतप्रोत होकर लहलहाती हुई फसलों पर ओस की बूंदें इस कदर बढ़ रही है जैसे कि किसानों के खेतों में फसलों की जगह माणक मोती चमक रहें हैं। किसान इस भरी सर्दी में रात्रि के समय अपनी फसलों को पालने के लिए बिजली विभाग द्वारा रात्रि में दी जा रही बिजली से अपने खेतों में पानी पिलाई का कार्य शुरू किया जा रहा है।जो इस दौरान सर्दी में भारी मुश्किल है। लेकिन क्या करें किसानों को अपनी फसलों को बचाना भी मुश्किल हो रहा है। *लकड़ियां और टायर जलाकर लोग कर रहे सर्दी का सामना* लगातार जारी सर्दी के सितम से बचने के लिए ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में लोग लकड़ियों और टायरों को जलाकर सर्दी का सामना कर रहे हैं।क्षेत्र में कोहरा पूरी तरह छाया रहा। कोहरा व ठण्डी हवाओं का कहर लोगों को घरों में दुबके रहने पर मजबूर किया। फिलहाल शाम होते ही एक बार फिर लोग गलन व शीतलहर से कांपते हुए नजर आए। आम हो या खास सभी सिर से पैर तक गर्म कपड़ों से लिपटे रहे या फिर अलाव तथा हीटर के आसपास जमे रहे। मवेशियों को भी ठंड से काफी परेशानी है।कड़ाके की ठंड से बेहाल सब्जी मंडी में लोगों ने अलाव का सहारा लिया बादल छाए रहे क्षेत्र में सर्दी का सितम बरपने लगा। जिससे शीतलहर का प्रकोप रहा। फिर भी गलन और ठिठुरन लोगों को कांपने पर मजबूर करते रहे।सुबह के समय कोहरे और दिन भर चल रही शीत लहर ने जीवन को थाम दिया है। धूप नहीं निकलने और कड़ाके की ठंड का आम जनमानस पर सीधा असर पड़ रहा है। शाम ढलते ही बाजार खाली हो रहे हैं। रात्रि में सड़कें सुनसान हो रही हैं।
संवाददाता कुलदीप सिंह सिरोहीया बारां छीपाबड़ौद
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