सेवा ही धर्म, सेवा जीवन का सार मिश्रा गरीबों को कंबल बांटकर नशे से दूर रहने को किया प्रेरित-

उत्तर प्रदेश( राष्ट्रीय दैनिक कर्मभूमि) जौनपुर

जौनपुर(मुंगरा बादशाहपुर) क्षेत्र के गांव गोरैयाडीह में स्थित शिवम मैरेज हॉल एवं रेस्टोरेंट में श्री वेदांत सेवा समिति मुंगरा बादशाहपुर के तत्वाधान में आयोजित कंबल वितरण समारोह में नैनी प्रयागराज से पधारे संत आसाराम बापू के शिष्य मिश्रा जी भाई का सत्संग हुआ। इसमें उन्होंने कहा कि गरीबों सेवा ही धर्म है, सेवा ही जीवन का सार है। जो लोग सेवा करते हैं, वह संसार की खाई में नहीं गिरते बल्कि दूसरों को भी 84 लाख योनियों की खाई से बचाते हैं। माता-पिता, गुरुजनों, बढ़ावा गरीबों की सेवा से बढ़कर कोई सेवा नहीं है। औरों की नहीं कम से कम अपने जीवन में अपने माता पिता की सेवा ही कर ले। क्षेत्र के दूरदराज के लोग पहुंचकर संत मिश्रा जी के प्रवचनों को श्रवण किया। सत्संग में भजन, मातृ पितृ पूजन तुलसी पूजन, व 600 कंबल वितरण का कार्यक्रम किया गया। दौरान गरीबों को कंबल बांटकर नशे से दूर रहने के लिए लोगों को प्रेरित किया गया। कार्यक्रम के पूर्व में संस्था के अध्यक्ष विजेंद्र जायसवाल ने अपनी धर्म पत्नी निर्मला देवी व समिति के सदस्यों द्वारा अपने पूज्य गुरुदेव की छाया चित्र के समक्ष आरती कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। श्री योग वेदांत सेवा समिति मुंगरा बादशाहपुर के अध्यक्ष विजेंद्र जायसवाल व उनकी धर्मपत्नी निर्मला जायसवाल ने ठिठुरती ठंड में अपने हाथों से जरूरतमंदों को कंबल वितरित किया। इन्दौन अध्यक्ष विजेन्द्र जायसवाल ने बताया कि  योग वेदांत सेवा समितियों के सहयोग से पूज्य संत  आशारामजी बापू का दिव्य संदेश एवं दैवीकार्यों का लाभ जन-जन तक पहुँचाना मुख्य उद्देश्य है। इस दौरान विश्व हिंदू परिषद के प्रांत मंत्री कृष्ण गोपाल जायसवाल ने कहा कि आज के इस आधुनिक युग में अपने लिए और अपने गरीबों के लिए सभी कुछ न कुछ सहायता करते हैं लेकिन असहयोग की सेवा ईश्वर की सेवा से बढ़कर है। उन्होंने कहा कि अपने गुरु के स्मृति पर कंबल वितरण करना पहल की सराहना की। प्रयागराज से पधारे संत आसाराम बापू के शिष्य द्वारा गुरु भक्ति की महिमा बताई गई। बाद में गरीब ग्रामीणों व लोगों को प्रसाद भी बांटा गया।
कार्यक्रम का संचालन मनोज भाई ने किया ।इस अवसर पर सुमन जायसवाल, मनोज जायसवाल, सचिव योगेश कुमार,, अवधेश मौर्य, जगदंबा जायसवाल, राजीव केसरी, हदय नारायण मुन्ना, विशंभर दुबे, सौरभ जायसवाल, रामकृष्ण, संजय जायसवाल, आशीष, विश्वनाथ जायसवाल, विशाल, विनोद केसरी, महेश भाई व राकेश भाई आदि लोग मौजूद रहे।