शेन वॉर्न की अंगुलियों पर नाचती थी गेंद:सचिव सर्वेश तिवारी

उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय (दैनिक कर्मभूमि) कानपुर।ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज लेग स्पिनर रहे शेन वॉर्न का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. उन्होंने 52 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया. शेन वॉर्न की मौत की खबर ने हर किसी को हैरान कर दिया है.जानकारी के मुताबिक, वह थाईलैंड में थे और वही उन्हें दिल का दौरा पड़ा,जिसके बाद उनकी मौत हो गई।अपने 19 साल के इंटरनेशनल करियर में गेंद को अपनी अंगुलियों पर नचाने वाले शेन वॉर्न ने हाल ही में इंग्लैंड क्रिकेट टीम का मुख्य कोच बनने की इच्छा जाहिर की थी. लेकिन अब अचानक उनके दुनिया के चले जाने से खेल जगत में शोक की लहर छा गई है।सुपीरियर स्पिरिट्स स्पोर्ट्स एकेडमी के सचिव सर्वेश तिवारी ने वॉर्न के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि मैदान और मैदान के बाहर उनके प्रभाव को पीढ़ियों तक याद रखा जाएगा।शेन के निधन की खबर सुनकर मैं स्तब्ध रह गया। वह एक दिग्गज खिलाड़ी थे। उन्होंने लेग-स्पिन गेंदबाजी की कला को पुनर्जीवित करके क्रिकेट के परिदृश्य को बदल दिया।उन्होंने कहा कि मैदान के बाहर भी उनका योगदान उल्लेखनीय था, जहां उन्होंने युवा खिलाड़ियों,विशेष रूप से लेग स्पिनरों के साथ अपना समय और अनुभव उदारता से साझा किया। उन्होंने कमेंट्री बॉक्स में भी एक सफल करियर बनाया। वह अधिकांश क्रिकेट देशों में प्रसारकों के लिए पहली पसंद के कमेंटेटरों में से एक थे।

1992 में ऑस्ट्रेलिया के लिए किया था डेब्यू

13 सितंबर, 1969 को जन्में शेन वॉर्न ने 1992 में इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रखा था. उन्होंने सालों क्रिकेट के सभी फॉर्मेट पर राज किया. बड़े बड़े बल्लेबाज वॉर्न की गुगली को समझने में फेल हो जाते थे.वॉर्न की गिनती दुनिया के सबसे महान स्पिनर में की जाती है।

ऐसा रहा इंटरनेशनल करियर

शेन वॉर्न ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 145 टेस्ट और 194 वनडे खेले. टेस्ट में उनके नाम 708 विकेट हैं. वहीं वनडे में वॉर्न ने 293 विकेट अपने नाम किए.वॉर्न ने 2007 में अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच खेला।

संवाददाता आकाश चौधरी कानपुर