स्कूल सौंदर्यीकरण के नाम पर सात लाख की राशि खा गए भ्रष्टाचारी

उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय(दैनिक कर्मभूमि)चित्रकूट। जिला में विकास की गाथा लिखने वाले ग्राम पंचायतों में आज भी विकास कार्य कोसों दूर है लेकिन ग्राम पंचायत की राशि भ्रष्टाचारियों के भेंट चढ़ गई है। उत्तर प्रदेश के सूबे की सरकार योगी आदित्यनाथ ने भले ही ग्राम प्रधानों के संपत्ति की जांच करने की बात कही हो लेकिन भ्रष्टाचारियों को इसका किसी तरह का कोई फर्क नहीं पड़ा है और भ्रष्टाचारी ग्राम पंचायत अधिकारी व प्रधान मिलकर ग्राम पंचायत की शासकीय राशि को लूटने पर कोई कसर नहीं छोड़ा है। ग्राम पंचायतों में विकास कार्य तो कम हुए हैं लेकिन भ्रष्टाचार सबसे ज्यादा जरूर हुआ है यह है गांव की सड़कें स्कूल व आंगनबाड़ी केंद्र बता रहे हैं कि सौंदर्यीकरण के नाम पर ग्राम पंचायतों में लाखों रुपए का बंदरबांट किया गया है। सारा मामला खंड विकास कर्वी के ग्राम पंचायत अकबरपुर (व) बंदरी ग्राम पंचायत का है। जहां सत्र 2019-20 में पूर्व प्रधान व सचिव के द्वारा ग्राम पंचायत किस तरह की राशि का जमकर बंदरबांट किया गया है। ग्राम पंचायतों में कहीं तो मरम्मतीकरण के नाम पर फर्जी रूप से सरकारी राशि निकालकर बंदरबांट किया गया है तो कहीं स्कूल सौंदर्यीकरण के नाम पर ग्राम प्रधान व सचिव के द्वारा फर्जी रूप से बिना कुछ कार्य कराए लाखों रुपए की राशि गबन की गई है। कही खड़ंजा निर्माण कार्य के लिए सरकारी धनराशी का ठिकाने लगाने का काम किया गया है लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों ने आज तक ग्राम पंचायतों के विकास कार्यों की जांच नहीं की और यही वजह है कि ग्राम पंचायतों में विकास की जगह जमकर भ्रष्टाचार ज्यादा हुआ है।

खंड विकास अधिकारी की छत्रछाया में चला खुला खेल- विकासखंड कर्वी के ग्राम पंचायत अकबरपुर (व)बंदरी में ग्राम पंचायत की राशि लूटने का खुला खेल ग्राम पंचायत सचिव व प्रधान के द्वारा खेला गया है। संबंधित ग्राम पंचायतों में ना तो स्कूल का सौंदर्यीकरण हो सका ना ही सीसी सड़क का मरम्मती करण लेकिन ग्राम पंचायत सचिव व प्रधान के द्वारा स्कूल सौंदर्यीकरण व गांव की सड़कों का मरम्मतीकरण के नाम पर लाखों रुपए की राशि निकाल ली गई है। जिसका कुछ अंश खुसियाना तौर पर खंड विकास अधिकारी कर्मी को भी चढ़ा दिया गया है और यही वजह है कि ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार का खुला खेल खेला गया है।

मुख्यमंत्री ने भ्रष्टाचारियों पर जांच कर कार्रवाई के दिए निर्देश – भले ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा ग्राम पंचायतों में हुए भ्रष्टाचार की जांच के सख्त निर्देश दिए गए हो। और भ्रष्टाचारियों पर सख्त कार्रवाई करने की बात कही जा रही हो लेकिन जमीनी हकीकत क्या है यह ग्राम पंचायत अकबरपुर, बंदरी में देखने को मिल रहा है। जहां ग्राम पंचायतों का विकास तो नहीं हो सका लेकिन पूर्व प्रधान व सचिव के द्वारा स्वयं का विकास करने में किसी तरह की कोई कसर नहीं छोड़ी गई है। जहा ग्राम पंचायतों में 14 वे और 15 वी वित्त की राशि का जमकर दुरुपयोग किया गया है। यहां तक की खानापूर्ति करके लाखों रुपए की राशि ग्राम प्रधान व ग्राम सचिव बंदरबांट किए हैं लेकिन जिले के जिम्मेदार अधिकारियों ने ग्राम पंचायतों की वास्तविक रूप से जांच नहीं किए हैं जिसकी वजह से ग्राम पंचायतों में आज तक विकास नहीं हो सका है। और सरकार की लाखों रुपए की राशि भ्रष्टाचारियों ने बंदरबांट की है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि ग्राम पंचायत में कराए गए विकास कार्यों की जमीनी स्तर पर जांच की जाए तो ग्राम पंचायत में किए गए भ्रष्टाचार के लाखों रुपए की पोल खुल सकती है। और भ्रष्टाचारी सलाखों के पीछे होंगे।

भ्रष्टाचारियों ने सब पर चढ़ाई चढ़ाई थी चढ़ावती तो कार्रवाई करे कौन- ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम पंचायत सचिव व प्रधान के द्वारा सरकारी धन का विकास कार्यों के नाम पर जहां जमकर दुरुपयोग किया गया है और बिना कार्य कराए ग्राम पंचायत की राशि का बंदरबांट किया गया है तो वहीं खुसियाना तौर पर ग्राम पंचायत सचिव व ग्राम प्रधान के द्वारा बंदरबांट की गई ग्रामपंचायती की राशि का कुछ अंश जिले के जांचकर्ता एवं उच्च अधिकारियों को खुशियाना तौर पर चढ़ाया गया है। और यही वजह है कि ग्राम पंचायतों में विकास की जगह भ्रष्टाचार ज्यादा हुआ है। वहीं अब देखना यह है कि कर्वी विकासखंड के ग्राम पंचायतों में कब तक विकास के नाम पर भ्रष्टाचार का यह खुला खेल खेला जाता रहेगा और सरकार की राशि का ग्राम सचिव व ग्राम प्रधान बंदरबांट करते रहेंगे।

*ब्यूरो रिपोर्ट* अश्विनी कुमार श्रीवास्तव

*जनपद* चित्रकूट