उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय (दैनिक कर्मभूमि) जौनपुर (केराकत) (अमर भारती ब्यूरो)। तहसील केराकत क्षेत्र के सभी इलाकों में बिजली व्यवस्था इतनी चरमरा गई है कि लोग अघोषित बिजली कटौती से परेशान दिख रहे हैं बिजली की आपूर्ति का कोई समय नही दिख रहा है और ना ही कितने घंटे तहसील में बिजली आती है, रात हो या दिन 24 घंटों में कितने घंटे बिजली रहती है इसकी कोई गारंटी नहीं है एक तरफ जहां दिन में चिलचिलाती धूप की वजह से लोग घर में रहने को मजबूर हो रहे हैं वही बिना बिजली के लोग बिजली विभाग के अधिकारियों,कर्मचारियों और सरकार कोसते दिख रहे हैं,दिन हो या रात 24 घंटे में कब बिजली आएगी और कब बिजली जाएगी इसकी कोई जानकारी नहीं है जहां एक तरफ सरकार शहरी क्षेत्रों में 18 घंटे बिजली और ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे बिजली देने की वादा करती है वही दूसरी तरफ अपने वादों पर अमल करने में असमर्थ दिख रही है क्या बच्चे क्या बूढ़े क्या महिलाएं सभी लोग इस अघोषित बिजली कटौती से परेशान और हताहत दिख रहे हैं और अधिकारियों एवं कर्मचारियों शासन को कोस रहे हैं इस अघोषित बिजली कटौती के इस संबंध मैं जब केराकत तहसील के डोभी ब्लाक के बोड़सर गांव निवासी
1.समाजसेवी अजीत सिंह से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस समय ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा से ज्यादा आठ 8 घंटे बिजली उपलब्ध हो पा रही है और वह भी बिजली कब आएगी कब जाएगी इसका कोई अता पता नहीं चल रहा है समाजसेवी अजीत सिंह का कहना है कि सबसे ज्यादा दिक्कत रात को सोने में बच्चों को हो रही है बुजुर्गों को हो रही है बीमार लोगों को हो रही है जहां एक तरफ सरकार ने वादा किया है कि शहरी क्षेत्रों में 20 घंटे और ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे बिजली आपूर्ति की व्यवस्था की जाएगी और वहीं दूसरी तरफ सरकार अपने वादों पर अमल करने में विफल दिख रही है बिजली आने जाने के संबंध में जब पूछा गया तो उनका कहना है कि रात को जब महिलाएं खाना बनाते समय घर में रहती है तो बिजली चली जाती है रात को सोते समय, बच्चे और महिलाएं बुजुर्ग जो सोते हैं उस समय भी बिजली चली जाती है यानी बिजली का कोई टाइम टेबल फिक्स नहीं है कि कब आएगी और कब जाएगी, ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा से ज्यादा 8 घंटे बिजली रह रही है वहीं इस अघोषित बिजली कटौती के संबंध में केराकत तहसील के डोभी ब्लाक के
2.समाजसेवी अरविंद रघुवंशी निवासी बिशनपुर लेवरूआ से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि इस अघोषित बिजली से पढ़ाई करने वाले बच्चे काफी परेशान दिख रहे हैं कब बिजली आएगी कभी चली जाएगी इसका कोई अता पता नहीं है,1 घंटे बिजली आती है 3 घंटे बिजली नहीं रहती है आधे घंटे बिजली आती है 4 घंटे बिजली नहीं रहती है इस संबंध में सरकार इस तरफ विशेष ध्यान दें कि जो वादा उन्होंने किया है कि शहरी क्षेत्रों में 20 घंटे और ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे की बिजली की आपूर्ति होनी चाहिए तो उन्होंने सरकार व शासन के अधिकारियों से अनुरोध किया है कि कम से कम इस समय कॉलेज के बच्चों की परीक्षा चल रही है परीक्षा में उनकी अच्छी तरह से पढ़ाई बिजली न होने के कारण नहीं हो पा रही है किसान अपनी खेती के लिए नलकूप नहीं चला पा रहे हैं बिल पूरा जमा करना है वहीं समाजसेवी अरविंद रघुवंशी का कहना है कि जब चुनाव था तो सरकार 24 घंटे बिजली उपलब्ध करा रही थी अब चुनाव बीत जाने के बाद सरकार अपने वादों पर अमल करने में विफल दिख रही है ऐसे ही अनगिनत समस्याओं को गिनाया वही
3.केराकत नगर पंचायत के सभासद एवं उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के अध्यक्ष मनोज जायसवाल का कहना है कि इस समय रमजान का महीना चल रहा है और इस समय बिजली की कटौती होना बड़े ही दुर्भाग्य की बात है इस चिलचिलाती गर्मी में,तपती धूप में लोग काफी परेशान दिख रहे हैं और बिजली का कोई शेड्यूल नहीं फिक्स है कब आएगी कब जाएगी कितने घंटे रहेगी इसका कोई ठिकाना नहीं है और उन्होंने शासन व बिजली विभाग के अधिकारियों से यह भी अनुरोध किया है कि बिजली आपूर्ति का एक शेड्यूल बना कर बिजली दे जिससे लोगों को पता चल सके कि बिजली कब आएगी कब जाएगी फिलहाल तो शासन व बिजली विभाग के अधिकारीयो द्वारा यदि यह अघोषित बिजली समय से नहीं ठीक की जाती है तो जिला स्तर से लेकर तहसील स्तर तक उग्र प्रदर्शन किया जाएगा जिसके लिए शासन और बिजली विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी उत्तरदाई होंगे।
इनसेट
बिजली कटौती के सम्बन्ध में अमर भारती के संवाददाता ने जानकारी चाही तों अधिशासी अधिकारी एके सिंह विद्युत वितरण प्रथम खंड जौनपुर का फोन नहीं उठ रहे है ।
एडिटर अभिषेक शुक्ला जौनपुर
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