*मालीपुर की जर्जर सड़क के निर्माण के लिए आंदोलन के लिए सांसद को भी उतरना पडा सड़क पर*

अम्बेडकरनगर। शहर से लेकर मुख्य मार्ग की सड़कें खस्ताहाल हैं। जगह-जगह गहरे गड्ढे और जलभराव हैं। सड़कें टूट जाने से गिट्टियां बिखर गई हैं। लुम्बनी दुद्धी राष्ट्रीय राजमार्ग पर अकबरपुर से मालीपुर मार्ग अम्बेडकरनगर से जौनपुर, वाराणसी, मिर्जापुर और विंध्याचल जाने का एकमात्र रास्ता है. इस मार्ग पर बड़ी संख्या में विद्यालय, बैंक, मंडियां, रेलवे स्टेशन और व्यापारिक प्रतिष्ठान हैं. लेकिन यह मार्ग पूरी तरह ध्वस्त हो चुका है, जिसकी वजह से आये दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं. आवागमन में असुविधा और परेशानी के साथ-साथ मार्ग की दुर्दशा से क्षेत्र के विकास पर भी नकारात्मक असर पड़ रहा है. इसके त्वरित निर्माण की मांग को लेकर मालीपुर से जिलाधिकारी कार्यालय तक सांसद रितेश पांडेय नेतृत्व में स्थानीय लोगों ने एक बड़ी मोटरसाइकिल रैली निकाली. उल्लेखनीय है कि अकबरपुर से मालीपुर मार्ग के निर्माण को लेकर पहले भी कई बार अधिकारियों से गुहार लगायी जा चुकी है.

रैली के बाद रितेश पांडेय द्वारा क्षेत्र के लोगों की ओर से जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा गया, जो प्रधानमंत्री को संबोधित है. इससे पहले सभी ने बाबा साहेब अम्बेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. मेंने इस अवसर पर संगठित होने और संघर्ष करने के बाबा साहेब के संदेश को याद किया. जब तक मालीपुर मार्ग का निर्माण नहीं होगा, तब तक संघर्ष चलता रहेगा. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि विकास के वादे और दावे करनेवाली केंद्र और राज्य सरकारों का रवैया ऐसे महत्वपूर्ण मार्ग को लेकर पूरी तरह से लापरवाही भरा है।डॉ राम मनोहर लोहिया ने कहा था, यदि सड़कें सूनी हो जायेंगी, तो संसद आवारा हो जायेगी. इसी तरह अगर जनता ने अपने अधिकारों के लिए लड़ना छोड़ दिया, तो शासन-प्रशासन के आवारा हो जाने का अंदेशा पैदा हो जाता है. रैली में शामिल लोगों ने भी यह संकल्प लिया है कि वे इस संघर्ष को और तेज करेंगे.

रिपोर्ट-विमलेश विश्वकर्मा ब्यूरो चीफ अंबेडकरनगर